11/12/2023
अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस: पहाड़ों के संरक्षण का संकल्प
हर साल 11 दिसंबर को पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस (International Mountain Day) मनाया जाता है। यह दिन उन पहाड़ों को श्रद्धांजलि देने का दिन है जो हमारे ग्रह के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पहाड़ न केवल हमें प्राकृतिक सौंदर्य और मनोरंजन प्रदान करते हैं, बल्कि जल संसाधनों को भी नियंत्रित करते हैं और जैव विविधता के समृद्ध केंद्र हैं।
इतिहास:
अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस की शुरुआत 1992 में हुई जब संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण और विकास सम्मेलन में पर्वतीय विकास पर एक अध्याय शामिल किया गया। इस अध्याय को "नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र का प्रबंधन: सतत पर्वतीय विकास" नाम दिया गया।
इसके बाद, 2002 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय पर्वत वर्ष घोषित किया। इस वर्ष के दौरान पहाड़ों के महत्व और उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
अंतर्राष्ट्रीय पर्वतीय दिवस का पहला आधिकारिक समारोह 11 दिसंबर 2003 को हुआ। तब से हर साल इस दिन को मनाया जाता है ताकि लोगों को पहाड़ों के संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक किया जा सके।
थीम:
हर साल अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस की एक अलग थीम होती है जो पहाड़ों से संबंधित किसी महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करती है। 2023 वर्ष का विषय है "पहाड़ों के लोगों के लिए: लचीलापन का निर्माण"। यह विषय पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की चुनौतियों और उनके अनुकूलन क्षमता को उजागर करता है।
भारत में पहाड़ों का महत्व:
भारत पहाड़ों से समृद्ध देश है। हिमालय और कराकोरम जैसे पर्वत श्रृंखलाएं भारत के उत्तर में स्थित हैं और देश के भौगोलिक और सांस्कृतिक परिदृश्य का एक अभिन्न अंग हैं। ये पर्वत श्रृंखलाएं न केवल प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता का खजाना हैं, बल्कि भारत के कृषि और जल संसाधनों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
हमें क्या करना चाहिए?
पहाड़ों के संरक्षण के लिए हम सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। हम पहाड़ों को प्रदूषण से मुक्त रखने, वनस्पतियों और जीवों की रक्षा करने और पर्यटन को टिकाऊ तरीके से संचालित करने के लिए प्रयास कर सकते हैं।
आइए इस अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस पर पहाड़ों के संरक्षण के लिए अपना संकल्प दोहराएं और उन्हें आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखने के लिए प्रयास करें।
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