26/08/2023
ये चित्र मालिनी नदी की मुख्य नहर का है जोकि उसी दिन क्षतिग्रत हो गई थी जिस दिन मालिनी नदी पर बना पुल क्षतिग्रत हुआ था। 13 जुलाई को जब ये घटना धटी से आजतक करीब 44 दिन बीत गये है पर विभाग दवारा नहर को ठीक करने के लिए कोई कार्य नही किया गया है। इस दौरान नहर का 25 फीट के करीब क्षतिग्रत टुकडा कुछ हद तक ठीक किया जा सकता था तथा नहर मे भरे मलबे को निकाला जा सकता था तथा नहर मे कुछ पानी छोडा जा सकता था । पर ऐसा कुछ नही किया गया। इस क्षेत्र के समपूर्ण प्रतिनिधि किसानो की सुध लेने के बजाये मालिनी नदी मे वैक्लपिक पुल बनाने मे वयस्त है। अब दो एक दिन मे खेतो मे खडी धान के खेतो मे दरारे पडने लग जायेगी और अगले 4-5 दिन मे पौधे सूख जायेगे। इस सब बरबादी का कौन जिम्मेदार होगा।