राष्ट्र गौरव, महान अर्थशास्त्री व देश के पूर्व-प्रधानमंत्री आदरणीय डा.मनमोहन सिंह जी को जन्मदिवस पर अनंतकोटी शुभकामनाएँ।आपके सुदीर्घ जीवन की कामना करते हैं.।
05/09/2021
05/09/2021
स्नेह, त्याग, सेवा, करुणा एवं ममता की प्रतिमूर्ति मदर टेरेसा जी की पुण्यतिथि पर मैं उन्हें सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। मदर टेरेसा जी ने अपना संपूर्ण जीवन परोपकार एवं मानवता की सेवा में समर्पित कर दिया ।
05/09/2021
महान शिक्षाविद्, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती पर श्रद्धासुमन। उनकी स्मृति में आज का दिन के रूप में मनाया जाता है।
इस अवसर पर विद्यार्थियों के जीवन को शिक्षा के प्रकाश से आलोकित कर राष्ट्र निर्माण में अमूल्य योगदान दे रहे शिक्षकों का अभिनंदन।
30/08/2021
कृष्ण जिनका नाम, गोकुल जिनका धाम,
ऐसे श्री कृष्ण भगवान को हम सब का प्रणाम ।
आप सभी को "श्री कृष्ण जन्माष्टमी" की हार्दिक शुभकामनाएँ एवं कोटि कोटि बधाई।।
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27/04/2021
आप सभी को हनुमान जी के जन्मोत्सव की शुभकामनाएं। 🚩🚩🙏🙏
21/04/2021
आप सभी को राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं
मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम का अनुसरण करते हुए हम सभी संकट के इस कठिन समय में अपनी मर्यादाओं का पालन करें।
13/04/2021
चैत्र नवरात्रि, गुड़ी पड़वा एवं हिंदू नववर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। Pratik Yadu Cgtours
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Moudhapara, Near Govt. Dental College, Nager Nigam Complex Raipur 492001
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आगरा का ताजमहल भारत की शान और प्रेम का प्रतीक चिह्न माना जाता है। उत्तरप्रदेश का तीसरा बड़ा जिला आगरा ऐतिहासिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है।
मुगलों का सबसे पसंदीदा शहर होने के कारण ही उन्होंने दिल्ली से पहले आगरा को अपनी राजधानी बनाया। इतिहास के अनुसार इब्राहिम लोदी ने इस शहर को सन् 1504 में बसाया था। जिस समय इस शहर की स्थापना की गई, उस समय किसी ने यह कल्पना नहीं की होगी कि यह शहर पूरे विश्व में अपनी खूबसूरती के लिए परचम लहराएगा। जिसे आज भी दुनिया के सात अजूबों में शुमार किया जाता है।
इतिहास : स्थापत्य कला की जीती-जागती तस्वीर आगरा शहर दिल्ली से करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जिसे बनाने के लिएबगदाद से एक कारीगर बुलवाया गया जो पत्थर पर घुमावदार अक्षरों को तराश सकता था। इसी तरह बुखारा शहर, जो मध्य एशिया में स्थित हैं, वहां से जिस कारीगर को बुलवाया गया वह संगमरमर के पत्थर पर फूलों को तराशने में दक्ष था। विराट कद के गुंबदों का निर्माण करने के लिए तुर्की के इस्तम्बुल में रहने वाले दक्ष कारीगर बुलाया गया तथा मिनारों का निर्माण करने के लिए समरकंद से दक्ष कारीगर को बुलवाया गया।
इस प्रकार ताजमहल के निर्माण से पूर्व छ: महीनों में कुशल कारीगरों को तराश कर उनमें से 37 दक्ष कारीगर इकट्ठे किए गए, जिनके देखरेख में बीस हजार मजदूरों के साथ कार्य किया गया। इसी प्रकार ताज निर्माण में लगाई गई सामग्री संगमरमर पत्थर राजस्थान के मकराणा से, अन्य कई प्रकार के कीमती पत्थर एवं रत्न बगदाद, अफगानिस्तान, तिब्बत, इजिप्त, रूस, ईरान आदि कई देशों से इकट्ठा कर उन्हें भारी कीमतों पर खरीद कर ताजमहल का निर्माण करवाया गया।
ई. 1630 में शुरू हुआ इसका निर्माण कार्य करीब 22 वर्षों में पूर्ण हुआ, जिसमें लगभग बीस हजार मजदूरों का योगदान माना जाता है। इसका मुख्य गुंबद 60 फीट ऊंचा और 80 फीट चौड़ा है।
मुगल बादशाह की मुहब्बत और शिद्दत का परिणाम ही है, 'ताजमहल' जिसे खूबसूरती का नायाब हीरा कहा जाता है। गुंबदनुमा इस इमारत को जब आप सिर उठाकर ऊपर देखते हैं तो इसकी नक्काशीदार छतें और दीवारें किसी आश्चर्य से कम नहीं लगतीं। इसका यह इतिहास तो बच्चे-बड़े सभी की जुबान पर है कि मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी दूसरी पत्नी मुमताज महल की याद में ताजमहल का निर्माण करवाया था।
यमुना नदी के किनारे सफेद पत्थरों से निर्मित अलौकिक सुंदरता की तस्वीर 'ताजमहल' न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में अपनी पहचान बना चुका है। प्यार की इस निशानी को देखने के लिए दूर देशों से हजारों सैलानी यहां आते हैं। दूधिया चांदनी में नहा रहे ताजमहल की खूबसूरती को निहारने के बाद आप कितनी भी उपमाएं दें, वह सारी फीकी लगती हैं।
आगरा में ताजमहल के अलावा भी कई चीजें देखने लायक हैं :-
जैसे- 1. आगरा फोर्ट (रेड फोर्ट)। आगरा फोर्ट यहां के महत्वपूर्ण इमारतों में से एक है। इसका निर्माण ई. 1565 में मुगल सम्राट अकबर ने करवाया था। स्थापत्य कला का यह बेजोड़ नमूना लाल पत्थरों से निर्मित हैं। इसमें जहांगीर महल (दीवाने-ए-खास) भी बना है, जो खूबसूरत शीशमहल के रूप में प्रचलित है। 2. फतेहपुर सीकरी। आगरा से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित इस स्थान को अकबर ने अपनी राजधानी बनाया था, जो स्थापत्य की बेजोड़ कलाओं से परिपूर्ण है। 3. मेहताब बाग। यमुना नदी की विपरीत दिशा में ताजमहल' के पास ही बना हुआ है मेहताब बाग। कई तरह के फूलों और अनेक पेड़-पौधों से सुसज्जित होने के कारण विदेशी सैलानियों को काफी लुभाता है। 4. रामबाग। रामबाग को बाबर ने 1528 ई. में बनवाया था। यह ताजमहल के उत्तरी भाग में ढाई किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसे मुगलों द्वारा निर्मित सबसे पुराने बागों में से एक माना जाता है। 5. जामा मस्जिद। शाहजहां की बेटी जहांआरा बेगम की याद में सन् 1648 ई. में बनाई गई थी यह जामा मस्जिद। बड़ी ही खूबसूरती से इसके गुंबद भी तराशे गए हैं। इतने वर्षों बाद भी इसकी खूबसूरती जस-की-तस बनी हुई है।
मुमताज महल और शाहजहां की कब्र ताजमहल के निचले हिस्से में आमने-सामने बनी हुई है। आज भी आगरा शहर देशी-विदेशी सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। खूबसूरत स्थापत्य कला में निर्मित होने की वजह यहां गर्मी हो या ठंड, हर मौसम में पर्यटकों की भीड़ देखी जा सकती है। पर्यटन विभाग की ओर से प्रतिवर्ष 'ताज महोत्सव' का आयोजन किया जाता है।