19/06/2024
ईश्वर का ध्यान कर लेने पर मनुष्य का आकार वही रहता है, परंतु उससे अशुभ कर्म नहीं होते। ...
ईश्वर का दर्शन कर लेने पर मनुष्य फिर जगत् (संसार) के जंजाल-में नहीं पड़ता, ईश्वर को छोड़कर एक क्षण भी उसे शान्ति नहीं मिलती, एक क्षण भी ईश्वर को छोड़ने में मृत्यु-कष्ट होता है।🙏🏻❤️