Yatra Devbhumi Darshan

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Yatra Devbhumi Darshan यात्रा एक माध्यम है अपने देश , धर्म और संस्कृति को जानने का ..We manage your tour easy and simple wi
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यात्रा .... किन्नर कैलाश यात्रा .....भाग ..5...  शिव का सानिध्य....।         .....।।.।।  शिव को समर्पित...।।.।।शिव रूपी ...
07/09/2022

यात्रा .... किन्नर कैलाश यात्रा .....
भाग ..5... शिव का सानिध्य....।

.....।।.।। शिव को समर्पित...।।.।।

शिव रूपी पवित्र शिला से निकलने वाली अलौकिक शक्ति ने शिथिल शरीरों,निस्तेज चेहरों को ऊर्जा से भर दिया |
हृदय में अतुलनीय आनंद का सागर लहरा उठा....।

पांच तत्वों से बने शरीर में छठे तत्व शिवत्व की अनुभूति होने लगी....
महादेव की कृपा देखकर यात्रियों के नेत्र सजल और कंठ अवरुद्ध हो गये।

संपूर्ण वातावरण शिवमय ..... आनंदमय... शांतिमय...।

सूर्य की किरणों के परावर्तन से प्रतिपल नई सुंदर दृश्य रचना का निर्माण हो रहा था.. ।
हमें किन्नर कैलाश पर पहुंचे अभी आधा घंटा ही हुआ था की अचानक मेघों का गर्जन शुरू हो गया..।

वायु अपने प्रचंड शीतल प्रवाह से हमें भौतिक संसार में वापस ले आई...
शायद अहंकारी इंद्र इस स्वर्गीय क्षेत्र में मानवीय हस्तक्षेप से आशंकित रहते है।
काले मेघों के समूह ने कुछ ही समय मैं एक कुशल सेनापति की तरह सूर्य की किरणों को पर्वत क्षेत्र में आने से रोक दिया। सुरमई अंधेरा चारों तरफ पांव पसारने लगा।
कुछ ही पल में मेघों का गर्जन,बिजली का चमकना और शीतल तूफानी हवा का प्रकोप बढ़ने लगा।
...शायद यह इंद्रजाल था.....

यहां क्षुद्र ह्रदय इंद्र जीवन प्रदान करने वाले मेघों का अनावश्यक अपव्यय कर रहे हैं।

और गंगा यमुना के मैदानों के मध्य में मेरी जन्मभूमि के पशु पक्षी कृषक सभी वर्षा की प्रतीक्षा में हैं।

देवेंद्र का व्यवहार उन निरंकुश राजाओं की तरह था। जो राज्य की राजधानी और महलों पर अनावश्यक भोग विलास के लिए , राज्य की अधिकांश प्रजा के अति आवश्यक संसाधनों का दुरुपयोग करते हैं।

रंग बदलती शिला जीवंत से सुसुप्त लगने लगी , मानो शिव समाधि की अवस्था में जा रहे हों।

पर्वत शिखर मानव के रहने के लिए नहीं हैं। वह तो अनवरत यात्रा के कुछ पल के पड़ाव मात्र हैं।
शिव को प्रणाम और आत्मसात करते हुए हम लोग
संकीर्ण ह्रदय देवेंद्र के फैलाए इंद्रजाल का सामना करते हुए चट्टानों के चक्रव्यूह से अंधेरा होते होते निकल आए। झरने को पार करते समय रात्र हो चुकी थी।
अब डेढ़ घंटे की कठिन सीधी चढ़ाई पार करके चैन की सांस ली अब रास्ता सामान्य था लेकिन अंधेरे में भटकने का डर बना हुआ था। रात्रि के 11:00 बजे हम लोग गणेश मैदान पर अपने कैंप में पहुंच चुके थे।

हर... हर ....महादेव..।।

यात्रा अनवरत जारी है....।।।।।

30/08/2022

यात्रा ... द्वारका की...
द्वारका श्री कृष्ण की नगरी,
भगवान द्वारकाधीश को अर्पण करने के लिए तुलसीदल (मंजरी) की माला ली । जिस प्रकार भगवान शिव जी को बेल पत्र प्रिय हैं उसी प्रकार भगवान विष्णु (कृष्ण) को तुलसी प्रिय है।

भगवान द्वारकाधीश का मंदिर जिसे जगद मंदिर भी कहा जाता है अब हमारे सामने था। मंदिर की सुन्दरता तथा विशालता अद्भुत है, और मंदिर के शिखर पर लहराती विशाल ध्वजा तो इतनी मनमोहक लगी की हम बस देखते रहे।
मंदिर के भोजनालय का प्रसाद क्षुधा के साथ-साथ आत्मा को भी तृप्त कर देता है
अरब सागर के किनारे बसी द्वारका समुद्री चक्रवात तथा अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण अब तक छः बार समुद्र में डूब चुकी है। अभी जो द्वारका नगरी हमारे सामने उपस्थित है, वह सातवीं बार बसाई गई द्वारका है।
द्वारका भारत के 4 धाम में से एक धाम होने के साथ ही सात मोक्षदायी तथा अति पवित्र नगरों अयोध्या, मथुरा, माया (हरिद्वार), काशी, काञ्चीपुरम, अवन्तिका (उज्जैन), द्वारिकापुरी में से एक है।

हिन्दू पुराणों के अनुसार भी द्वारका सात मोक्षदायी तथा अति पवित्र नगरों में से एक है. गरुड़ पुराण के अनुसार-

अयोध्या मथुरा माया काशी कांची अवंतिका।
पुरी द्वारावती चैव सप्तैता मोक्षदायिकाः॥

जय द्वारकाधीश.....
….......................................
द्वारका कैसे पहुंचे?
एयरप्लेन से द्वारका कैसे पहुंचे?

द्वारका से लगभग 127 किलोमीटर की दूरी पर जामनगर एयरपोर्ट और 107 किलोमीटर की दूरी पर पोरबंदर एयरपोर्ट स्थित है। यहाँ से आप टैक्सी या कैब के जरिये द्वारका पहुँच सकते हैं। अगर आपके शहर से इन एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट नहीं है तो आप मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट आ जाइये, वहाँ से नियमित फ्लाइट उपलब्ध हैं।

रेल मार्ग से द्वारका कैसे पहुंचे?

द्वारका रेलवे स्टेशन के लिए भारत के प्रमुख शहरों से रेल सेवा उपलब्ध है। अगर आपके शहर से द्वारका के लिए डायरेक्ट ट्रेन उपलब्ध नही है, तो आप राजकोट, अहमदाबाद या जामनगर आ सकते है। यहाँ की रेलवे लाइनें पूरे देश में फैली हुई है, जो गुजरात को भारत के सभी शहरों से जोड़ती हैं।

सड़क मार्ग से द्वारका कैसे पहुंचे?

द्वारका सड़क मार्ग कई राज्य के राजमार्गों से जुड़ा हुआ है। देश के कई बड़े शहरों से द्वारका के लिए बस सेवाएँ उपलब्ध है। द्वारका और आसपास के शहरों से राज्य परिवहन के अलावा प्राइवेट AC / NON AC बसें नियमित अंतराल पर मिल जाती हैं।

कन्याकुमारी
29/08/2022

कन्याकुमारी

29/08/2022
29/08/2022
अमरनाथ यात्रा .....भाग ......9  ...... संगम..शिव द्वारा नूतन जीवन प्राप्त पांच जलधाराएं शिवमय और एकीकृत होकर शिव के मार्...
27/08/2022

अमरनाथ यात्रा .....
भाग ......9 ...... संगम..

शिव द्वारा नूतन जीवन प्राप्त पांच जलधाराएं शिवमय और एकीकृत होकर शिव के मार्ग का अनुसरण करने लगी वायु शिव की मुक्त जटाओं को और उन्मुक्त करने का प्रयास कर रही थी।
कठिन और ऊंचे पथरीले मार्ग शिवप्रिया पार्वती की गति को बाधित करने लगे। मानो हर चट्टान देवी का अधिक से अधिक समय तक सानिध्य प्राप्त करना चाहती हो,
अविनाशी शिव उन्मुक्त भाव से यात्रा पथ पर चलते रहे । मार्ग पर अब अर्धचंद्राकार घुमाव था। शिव ने देखा पार्वती दूर थी और उनकी गति धीमी। पंचतरणी की धारा शिव के समीप आ चुकी थी। शिव ने कुछ भौगोलिक परिवर्तन किए और पंचतरणी की धारा को अपने यात्रा मार्ग से हटकर दूसरे मार्ग पर जाने को निर्देशित किया।
पंचतरणी के अपने प्रति प्रेम को देखते हुए शिव ने उसे वचन दिया।
वह और देवी पार्वती एक जलधारा के रूप में उससे इसी स्थान पर मिलेंगे। शिव द्वारा प्रदत वचन से प्रसन्न पंचतरणी अपने वेग को कम करने के लिए हिम खंडों से उलझ कर धीमी होती गई उसे प्रतीक्षा थी शिव मय होने की।
आज भी
यह यात्रा मार्ग का कठिन तम भाग है और स्त्रियों की गति को धीमा कर देता है...
यह स्थान अमरावती और पंचतरणी सरिताओं की संगम स्थली है । यह दृष्टि और लक्ष्य का संगम है अमरनाथ की गुफा यहां से दृष्टिगोचर होती है यह स्थान शिव की शक्ति और भक्तों की भक्ति की संगम स्थली है...।

07/11/2021

द्वारका , नागेश्वर ,सोमनाथ, उज्जैन और ओमकारेश्वर यात्रा.
( 4 ज्योतिर्लिंग और द्वारका धाम की संपूर्ण यात्रा)

यात्रा अवधि-- 9 दिन 8 रात्रि.

यात्रा माध्यम ट्रेन -- आरक्षित शयन यान बस टेंपो बोट और स्ट्रीमर. आदि.
भोजन प्रातः अल्पाहार दोपहर में भोजन तीसरे पहर में अल्पाहार रात्रि में भोजन.

रात्रि में रुकना---- होटल, धर्मशाला व यात्री निवास आदि.
सहयोग राशि--11000 प्रति व्यक्ति.( किराया भोजन और ठहरने का)

संपर्क सूत्र----9837500508.
Whatsapp--9837500508

केदार कांता ट्रैक....You can rock climbing ..meals ..And stay just 6999.. call and whatsapp 9837500598
14/02/2021

केदार कांता ट्रैक....
You can rock climbing ..meals ..And stay just 6999.. call and whatsapp 9837500598

 #जोशीमठ की खूबसूरत वादियां...... उत्तराखंड की सुंदरता ...औली ट्रिप 13 14 15 फरवरी 2021 3 दिन दो रात 6500 रुपए में... बर...
07/02/2021

#जोशीमठ की खूबसूरत वादियां...... उत्तराखंड की सुंदरता ...
औली ट्रिप 13 14 15 फरवरी 2021 3 दिन दो रात 6500 रुपए में... बरेली से हल्द्वानी रानीखेत कर्णप्रयाग जोशीमठ औली..9837500508...

उत्तराखंड की पवित्र भूमि को अनादि काल से देवभूमि के नाम से जाना जाता है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य, हिमालय पर्वत श्रृंखल...
04/02/2021

उत्तराखंड की पवित्र भूमि को अनादि काल से देवभूमि के नाम से जाना जाता है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य, हिमालय पर्वत श्रृंखलाएं, अटूट आस्था के केंद्र तीर्थ स्थल, देश-विदेश के पर्यटकों, श्रद्धालुओं एवं प्रकृति प्रेमियों को को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।

यहां की कल कल संगीतमय नदियां, मनमोहक झरने, रहस्यमय ताल एवं झीले, गगनचुंबी पर्वत शिखर, चुनौतीपूर्ण ट्रैकिंग रूट्स, हरे-भरे बुग्याल, सुहावना मौसम, अटूट धार्मिक आस्था के केंद्र मंदिर, मठ तथा स्वास्थ्यवर्धक हिल स्टेशन तीर्थयात्रियों, साहसिक पर्यटको एवं सैलानियों को आनंद विभोर कर देते हैं।
साहसिक पर्यटन के विभिन्न केंद्रों के अतिरिक्त चमोली जनपद में 2800 मीटर की ऊंचाई पर जोशीमठ से 16 किलोमीटर दूरी पर स्थित विश्व प्रसिद्ध स्की रिजॉर्ट देश-विदेश के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। देवदार के घने जंगल तथा बुग्याल प्राकृतिक सौंदर्य का विहंगम दृश्य प्रस्तुत करते हैं।
दिसंबर से मार्च तक यहां पर बर्फ की सफेद चादर स्कीइंग एवं विंटर स्पोर्ट्स का मुख्य केंद्र बन जाती है।
इसके अतिरिक्त भी वर्ष भर यहां पर पर्यटकों का सैलाब प्रकृति की अद्भुत छवि को निहारता रहता है।
कपास जैसी मुलायम बर्फ, ठंडी ठंडी हवा, देवदार के पेड़ों की खुशबू एवं पर्वतीय मर्ग (बुग्याल) सैलानियों को मनमोहित कर देते हैं।
इस हिम कीड़ा स्थल में 4.15 किलोमीटर लंबा रज्जू मार्ग (रोप वै) है जो कि गुलमर्ग के बाद दूसरे नंबर का सर्वाधिक लंबा रज्जू मार्ग है। इसकी आधारशिला 1982 में श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने रखी थी जो कि 1994 में बनकर तैयार हुआ। यहां पर पर्यटकों एवं स्कीयर्स को ले जाने हेतु 800 मीटर लंबी चेयरलिफ्ट या केबल कार है जो यात्रियों को नैसर्गिक परिदृश्य से आनंद बिभोर कर देती है।
सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित कृत्रिम झील 2010 में बनाई गई थी जो कि हमेशा जल से भरी रहती है। बर्फबारी ना होने पर इसके पानी से फ्रांस निर्मित मशीनों द्वारा कृत्रिम बर्फ बनाई जाती है और स्की रिजॉर्ट्स में बिखेरी जाती है। औली गोरसौ बुग्याल स्वयं अपने आप में सुखद अनुभूति देने वाला एक एहसास है। यहां से त्रिशूल,नंदा देवी, मान यह क्षेत्र दुर्लभ वनऔषधियों का अटूट भंडार है। दूनागिरी पर्वत, जहां से रामायण में हनुमान जी संजीवनी बूटी लेकर गए थे यहां से दिखाई देती है फलत: इसे संजीवनी शिखर भी कहा जाता है

यहां पर भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस का स्की स्कूल भी है जहां पर साहसिक पर्यटन एवं अन्य क्रियाकलापों का प्रशिक्षण दिया जाता है।
जोशीमठ, जोकि शंकराचार्य की तपस्थली मानी जाती है इसकी तलहटी मे स्थित है; जहां पर नरसिंह मंदिर, गुरु शंकराचार्य मठ एवं अमर कल्पवृक्ष के दर्शन आध्यात्मिक एवं धार्मिक आस्था को उजागर करते हैं।

जोशीमठ से औली जाने हेतु रोप वै के अतिरिक्त टैक्सी इत्यादि उपलब्ध रहती हैं।
इस हिम क्रीड़ा स्थल को उत्तराखंड का स्वर्ग कहा जाता है
औली की नैसर्गिक सुंदरता, प्राकृतिक छटा, सघन बन तरू, हिम अच्छादित पर्वत श्रृंखलाएं, शीतल झील, बर्फ की परतें, साहसिक पर्यटन, खेलकूद, आमोद प्रमोद, देवदार की खुशबू, बुग्याल के अप्रतिम दृश्य ये सभी अनायास ही औली भ्रमण का आमंत्रण देती हैं।

औली ट्रिप 13 14 15 फरवरी 3 दिन दो रात 6500 रुपए में... बरेली से हल्द्वानी रानीखेत कर्णप्रयाग जोशीमठ औली..9837500508...

औली ट्रिप 13 14 15 फरवरी 3 दिन दो रात 6500 रुपए में... बरेली से हल्द्वानी रानीखेत कर्णप्रयाग जोशीमठ  औली..9837500508...
04/02/2021

औली ट्रिप 13 14 15 फरवरी 3 दिन दो रात 6500 रुपए में... बरेली से हल्द्वानी रानीखेत कर्णप्रयाग जोशीमठ औली..9837500508...

13/10/2019

देश के प्रमुख चार धामों में शामिल बदरीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को शाम 5:13 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। मंगलवार को विजयदशमी पर्व पर बदरीनाथ धाम के परिक्रमा मंडप में पंचांग गणना के बाद आचार्य ब्राह्मणों की उपस्थिति में बदरीनाथ के रावल (मुख्य पुजारी) ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी ने धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित की।

रुद्रप्रयाग जिले में भगवान केदारनाथ के कपाट परंपरानुसार भैयादूज पर 29 अक्तूबर को सुबह 8:30 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में आचार्यगणों व वेदपाठियों द्वारा पूजा-अर्चना एवं पचांग गणना के आधार पर भगवान केदारनाथ के कपाट बंद होने का समय तय कर घोषणा की गई।

द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के कपाट 21 नवंबर और तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट 6 नवंबर को बंद होंगे। इसी तरह उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री धाम के कपाट दीपावली के अगले दिन 28 अक्तूबर को अन्नकूट पर्व पर पूर्वाह्न 11:40 बजे और यमुनोत्री धाम के कपाट 29 अक्तूबर को भैया दूज के दिन बंद किए जाएंगे। समय अभी तय नहीं किया गया है।

13/10/2019

केदार दर्शन मात्र ---------3500 रूपये में ( तीन दिन तीन रात )
बद्री नाथ दर्शन मात्र----2900 रूपये में (तीन दिन दो रात)
केदार बद्री दर्शन मात्र --6100 रूपये में ( छ: रात छ: दिन )
चार धाम दर्शन मात्र -----9900 रूपये में ( दश दिन नौ रात )

नोट-- य़ात्रियों के रहने भोजन वा वाहन की समस्त व्यवस्था |
-- नास्ते में दूध फल हलवा इतयादी |
---- दोपहर में दाल चावल सबजी पूरी सलाद इतयादी |
----शाम को दाल चावल सबजी पूरी सलाद खीर गुलाब जामुन इतयादी |
( समस्त यात्रा में मार्गदर्शक साथ में )
Call-- 7906770505
Whatsapp--9837500508

शुभप्रभात श्री बदरीनाथ धाम से। अद्भुत अलौकिक  दृश्य नीलकंठ पर्वत  (नीलकंठ महादेव)।।
02/10/2019

शुभप्रभात श्री बदरीनाथ धाम से।
अद्भुत अलौकिक दृश्य नीलकंठ पर्वत (नीलकंठ महादेव)।।

Sasta Tour..kedarnath to Badrinath. Book you seat only-3100 rupay.1 day. - Haridwar to rishikesh.sight seen Ganga aarti ...
24/09/2019

Sasta Tour..
kedarnath to Badrinath. Book you seat only-3100 rupay.

1 day. - Haridwar to rishikesh.sight seen Ganga aarti . night stay .
2 day.- in morning go to Dev pryag. Srinagar Guptkashi. Sonpryag. Gaurikund. Night stay in hotel.
3 day.-in early morning go to kedarnath..track amezing sight seen.
---केदारनाथ मंदिर में भगवान शिव के दर्शन करने के लिए मुख्यता दो मार्ग हैं। पहला 16 किलोमीटर का पैदल मार्ग है जो कि गौरीकुण्ड से शुरू होता है। जबकि दूसरा हवाई मार्ग जरिए पहुंचा जा सकता है।
🕉चारो तरफ आसमान छूते पहाड़, हर तरफ फैली हरियाली और सुगंध बिखरते फूलों के बीच बसी भोलेनाथ की अद्भुत धरती है केदारनाथ।अलौकिक दृश्‍यों वाला यह स्‍थान अपने साथ खूबसूरती के अलावा तमाम तरह की पौराणिक और अलौकिक कथाओं को भी समेटे हुए है। 🕉मैं आज तक ऐसे किसी व्यक्ति से नही मिला जो केदारनाथ धाम तक गया हो और अपने जीवन में असंतुष्ट हो। बाबा केदार हर इक्षा को पूर्ण करते हैं तथा अपने भक्तों को सदैव संकटों से बचाते हैं। मनुष्य देह प्राप्त प्रत्येक प्राणी को जीवन में एक बार केदार धाम की यात्रा अवश्य करनी चाहिए।
हर हर महादेव.....
See the Aarti and night stay kedardham.

4-- day. Gaurikund. And go to chopta. ऐसी अनछुई और अनजान हिल स्टेशन है जिसकी प्राकृतिक खूबसूरती और हरियाली आपको अंदर तक आनंदित कर देगी। यहाँ की नम हवा में बसी और दरख्तों से लिपटी सौंधी-सी खुशबू आपके तन-मन को तरोताजा कर देंगी। यहाँ पहुँच आपकी आत्मा उत्साह और संतुष्टि से भर जाएगी। यहाँ की पर्वतों में अलग ही जादू है। यहाँ हर दम चलती ठंडी-ठंडी हवाएं, मिटटी की वह मनमोहक खुशबु,घने जंगल हमें दूसरी ही दुनिया में ले जायेंगे। चोपता उत्तराखंड के आकर्षक हिल स्टेशनों में से एक है।Beautifull palace Amezing sight seen camp and.Night stay in Chopta..

5--day. Tungnath darshan -- पंच केदारों में से एक तुंगनाथ मंदिर को दुनिया का सबसे उच्चतम ऊँचाई पर स्तिथ शिव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर तुंगनाथ माउंटेन रेंज में समुद्र स्तर से 3680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। go to chamoli..

6-- day. Joshimath sight seen ang go to Badrinath..🕉🌺🌷ब्रदीनाथ के चरण पखारती है अलकनंदा। सतयुग तक यहां पर हर व्यक्ति को भगवान विष्णु के साक्षात दर्शन हुआ करते थे। त्रेता में यहां देवताओं और साधुओं को भगवान के साक्षात् दर्शन मिलते थे। द्वापर में जब भगवान श्री कृष्ण रूप में अवतार लेने वाले थे उस समय भगवान ने यह नियम बनाया कि अब से यहां मनुष्यों को उनके विग्रह के दर्शन होंगे।🕉🌷🌺🕉
Go to India's last villages Mana, Vyas gufa.Ganesh Ghufa.. Etc night stay..

7-- day. Left to Rishikesh Amezing sight seen.. Night Stay in rishikesh..

We provide to Breakfast Milk/Tea. Halwa. Poha. Etc.

In lunch-- we make puri, roti, parantha. Cheela.. Rice ..dal .sabji. Rajma.. Etc.

In dinner-- roti sabji chaval. Kheer gulab jamun or other sweet.
Night stay-- in hotel/ lodge. Guest house.. Or camp..
Pacage..9100 per person.
Call-- 7906770505.
Whatsapp--9837500508.
Visit Facebook in yatra.com.

Date of all tour..( kedar to badrinath) from Haridwar..29 September to 5 October.........Per person 6900 rate.. 06 Octob...
12/09/2019

Date of all tour..( kedar to badrinath) from Haridwar..
29 September to 5 October.........Per person 6900 rate..

06 October to 12 October..

13 October to 21 october..

21 October to 25 october..
(Breakfast + lunch + Dinner+ room/ camp + travler)
You can seat book by call-- 7906770505
Whatsapp-- 9837500508.

09/09/2019

WhatsApp --9837500508 only whatsapp

Devbhumi darshan kare only 2100 se ..
08/09/2019

Devbhumi darshan kare only 2100 se ..

08/09/2019

Welcome to Devbhumi Uttarakhand (Land of Gods)

Share your experience of Uttarakhand visit, which place you have been or which places you will go in future..

Thanks
🙏

गिरिराज हिमालय की केदार नामक चोटी पर स्थित है देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में सर्वोच्च केदारेश्वर ज्योतिर्लिंग। केदारनाथ ...
07/09/2019

गिरिराज हिमालय की केदार नामक चोटी पर स्थित है देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में सर्वोच्च केदारेश्वर ज्योतिर्लिंग। केदारनाथ धाम और मंदिर तीन तरफ पहाड़ों से घिरा है। एक तरफ है करीब 22 हजार फुट ऊंचा केदारनाथ, दूसरी तरफ है 21 हजार 600 फुट ऊंचा खर्चकुंड और तीसरी तरफ है 22 हजार 700 फुट ऊंचा भरतकुंड। न सिर्फ तीन पहाड़ बल्कि पांच ‍नदियों का संगम भी है यहां- मं‍दाकिनी, मधुगंगा, क्षीरगंगा, सरस्वती और स्वर्णगौरी।

Sundar...Devbhumi..
07/09/2019

Sundar...Devbhumi..

अलकनंदा व मंदाकिनी का संगम स्थल सुंदर रुद्रप्रयाग.
07/09/2019

अलकनंदा व मंदाकिनी का संगम स्थल सुंदर रुद्रप्रयाग.

अलकनंदा व मंदाकिनी का संगम स्थल सुंदर रुद्रप्रयाग
07/09/2019

अलकनंदा व मंदाकिनी का संगम स्थल सुंदर रुद्रप्रयाग

जय हो श्री बद्रीविशाल।।जय हो देवभूमि उत्तराखंड।।
07/09/2019

जय हो श्री बद्रीविशाल।।
जय हो देवभूमि उत्तराखंड।।

Divya Devbhumi..
07/09/2019

Divya Devbhumi..

07/09/2019

🕉🌺🌸🌹💐🌷🌺🕉आदिदेव केदारनाथ और भगवन विष्णु के परम धाम बद्रीनाथ परम पुण्यमयी यात्रा जिसमे श्रद्धालुओं के आने जाने भोजन तथा रहने का पूर्ण प्रबंध होगा
सहयोग राशि मात्र- 3750/- से शुरू
नाथ नगरी बरेली से बद्रीनाथ यात्रा मार्ग में -
१।हरिद्वार
२ ऋषिकेश
३।सोनपर्याग
४।गौरीकुंड
५।केदारनाथ
६।रुद्रप्रयाग
७।करनप्रयाग
८।चमोळी
९।बद्रीनाथ
१o।नीम करोली(कैची धाम)
११ दर्शनीय रमणीय मनोहारी स्थल होगे

सम्पर्क सूत्र- 7906770505🌹🌷🌸💐🌺🌹
----++बस बरेली से जायेगी|

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BAREILLY

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