30/08/2022
नेशनल जी आई (GI, Geographical Indication) फेयर में काशी का दबदबा
बनारसी जी आई क्राफ्ट की धूम
ग्रेटर नोएडा में 26 से 28 अगस्त तक हुए राष्ट्रीय जी आई फेयर में बनारस के शिल्पी औऱ बुनकर छाए रहे क्योकि सर्वाधिक भागीदारी वाराणसी और आसपास के जनपदों से रही जिसमें महिला शिल्पी अमृता सिंह और मुमताज जहाँ भी रही और इसी राष्ट्रीय जी आई (GI) फेयर में ही पद्मश्री सम्मानित डॉ रजनी कांत को एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल फ़ॉर हैंडीक्राफ्ट, EPCH द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से एडिशनल सेक्रेटरी, DPIIT, वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार श्री अनिल अग्रवाल द्वारा सम्मानित किया गया।
पहली बार राष्ट्रीय स्तर का कोई फेयर हुआ जिसमें किसी भी तरह के कोई भी उत्पाद किसी अन्य देश के नही थे, सिर्फ भारतीय जी आई उत्पाद रहे।
बनारस के खिलौनों, गुलाबी मीनाकारी, स्टोन जाली क्राफ्ट, वुड कर्वीग , मेटल रेपोसी, जरदोजी, हैंडब्लॉक प्रिंट, दरी, कालीन, वाल हैंगिंग, बनारसी साड़ी , चुनार गलेस्ड पॉटरी .
इस जी आई प्रदर्शनी में काशी के प्रशिद्ध आर्टिसन, गुलाबी मीनाकारी के श्री अमरनाथ वर्मा 65, वर्ष, निवासी भैरव गली, और सबसे युवा शिल्पी वुड कार्विंग संदीप विश्वकर्मा 25 वर्ष सहित नेशनल अवार्डी रामेश्वरम, सोहित, स्टेट अवार्डी बच्चा लाल, प्यारेलाल, कैसर जहाँ, धर्मराज, बृजराज निषाद, अवधेश पटेल, जमालुदीन, कल्लू राम , श्री कांत मिश्रा, दुर्गा पटेल, सहित कई शिल्पियों , बुनकरों ने भागीदारी किया ।।
बनारस के जी आई शिल्पिओ और बुनकरों द्वारा लगभग 4 से 5 लाख की सीधी बिक्री की गई और 15 से 20 लाख का आर्डर प्राप्त हुआ तथा कई अंतरराष्ट्रीय बायर से सीधा संपर्क हुआ। ऑनलाइन बाजार से भी जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ इन लोगो को और अब ये लोग EPCH से सीधे संपर्क में आ गए ।।
इस राष्ट्रीय आयोजन में डॉ रजनी कांत द्वारा बिहार के 2 और आसाम के 2 उत्पादों तथा वाराणसी परिक्षेत्र के 145 जी आई यूजर (GI) के जी आई पंजीकरण हेतु आवेदन अधिकृत अधिकारी प्रशांत कुमार, अस्सिस्टेंट रजिस्ट्रार और अभिषेक पांडेय को दिया गया है।।
अभय कुमार
मीडिया कोऑर्डिनेटर
ह्यूमन वेलफेयर एसोसिएशन