Orchha

Orchha Orchha is a very famous tourist attraction of 16'th century. It is on the way between Agra and Khajuraho.

Famous for it's umpteen temples and huge forts, it provides a beautiful facade to the betwa river. Get in touch with us for information and booking in good hotels for your comfortable stay at Orchha.

08/04/2024

9 और 10 April को ओरछा आने - जाने वाले कृपया ध्यान दें !!
9 और 10 अप्रैल को Rly अंडर ब्रिज Orchha में मरम्मत कार्य होने के कारण जिला प्रशासन ने अंडरब्रिज से निकलने वाले वाहनों को प्रतिबंधित किया है।इन दिनों टीकमगढ़ की तरफ से झांसी जाने वाले वाहनों को वाया निवाडी ,बरुआसागर से जाना होगा।इसके अलावा ओरछा से झांसी आने जाने के लिये आजादपुरा से कुम्हर्रा ,भट्टागांव मार्ग एवं ओरछा रामराजा मन्दिर के पीछे से जमुनिया ,गुजर्रा होते हुये राजगढ़ से झांसी तथा मडोर होते हुये एन एच से झांसी पहुंचा जा सकेगा। कृप्या वैकल्पिक मार्ग चुने, धन्यवाद 🙏🙏

02/12/2023
मैंने नहीं कहा, मुंशी प्रेम चंद कह गये थे
31/08/2023

मैंने नहीं कहा, मुंशी प्रेम चंद कह गये थे

25/08/2023

मैं धीरेन्द्र नायक फेसबुक या फेसबुक से जुड़ी किसी भी इकाई को या किसी भी अन्य मीडिया माध्यम को अपने अतीत और भविष्य के चित्रों, सूचनाओं, संदेशों या प्रकाशनों का उपयोग करने की अनुमति नहीं देता।
इस बयान के साथ ; मैं फेसबुक को सूचित करता हूं कि इस प्रोफाईल और/या इसकी सामग्री के आधार पर मेरे खिलाफ खुलासा, प्रतिलिपि, वितरण या कोई अन्य कार्रवाई करना शख्त वर्जित है। निजता का उल्लंघन करने पर कानून द्वारा दंडित किया जा सकता है।
धीरेन्द्र नायक

जय हो
19/08/2023

जय हो

for any collaboration and featuring contact details mentioned bellow.Mob. No. - +917355281027 +919971478769 Email :- abh...

27/07/2021

“रामायण” क्या है ?

एक रात की बात हैं, माता कौशल्या जी को सोते में अपने महल की छत पर किसी के चलने की आहट सुनाई दी।
नींद खुल गई, पूछा कौन हैं ?

मालूम पड़ा श्रुतकीर्ति जी (सबसे छोटी बहु, शत्रुघ्न जी की पत्नी)हैं ।
माता कौशल्या जी ने उन्हें नीचे बुलाया |

श्रुतकीर्ति जी आईं, चरणों में प्रणाम कर खड़ी रह गईं

माता कौशिल्या जी ने पूछा, श्रुति ! इतनी रात को अकेली छत पर क्या कर रही हो बेटी ?
क्या नींद नहीं आ रही ?

शत्रुघ्न कहाँ है ?

श्रुतिकीर्ति की आँखें भर आईं, माँ की छाती से चिपटी,
गोद में सिमट गईं, बोलीं, माँ उन्हें तो देखे हुए तेरह वर्ष हो गए ।

उफ !
कौशल्या जी का ह्रदय काँप कर झटपटा गया ।

तुरंत आवाज लगाई, सेवक दौड़े आए ।
आधी रात ही पालकी तैयार हुई, आज शत्रुघ्न जी की खोज होगी,
माँ चली ।

आपको मालूम है शत्रुघ्न जी कहाँ मिले ?

अयोध्या जी के जिस दरवाजे के बाहर भरत जी नंदिग्राम में तपस्वी होकर रहते हैं, उसी दरवाजे के भीतर एक पत्थर की शिला हैं, उसी शिला पर, अपनी बाँह का तकिया बनाकर लेटे मिले !!

माँ सिराहने बैठ गईं,
बालों में हाथ फिराया तो शत्रुघ्न जी नेआँखें खोलीं,

माँ !

उठे, चरणों में गिरे, माँ ! आपने क्यों कष्ट किया ?
मुझे बुलवा लिया होता ।

माँ ने कहा,
शत्रुघ्न ! यहाँ क्यों ?"

शत्रुघ्न जी की रुलाई फूट पड़ी, बोले- माँ ! भैया राम जी पिताजी की आज्ञा से वन चले गए,
भैया लक्ष्मण जी उनके पीछे चले गए, भैया भरत जी भी नंदिग्राम में हैं, क्या ये महल, ये रथ, ये राजसी वस्त्र, विधाता ने मेरे ही लिए बनाए हैं ?

माता कौशल्या जी निरुत्तर रह गईं ।

देखो क्या है ये रामकथा...

यह भोग की नहीं....त्याग की कथा हैं..!!

यहाँ त्याग की ही प्रतियोगिता चल रही हैं और सभी प्रथम हैं, कोई पीछे नहीं रहा... चारो भाइयों का प्रेम और त्याग एक दूसरे के प्रति अद्भुत-अभिनव और अलौकिक हैं ।

"रामायण" जीवन जीने की सबसे उत्तम शिक्षा देती हैं ।

भगवान राम को 14 वर्ष का वनवास हुआ तो उनकी पत्नी सीता माईया ने भी सहर्ष वनवास स्वीकार कर लिया..!!

परन्तु बचपन से ही बड़े भाई की सेवा मे रहने वाले लक्ष्मण जी कैसे राम जी से दूर हो जाते!
माता सुमित्रा से तो उन्होंने आज्ञा ले ली थी, वन जाने की..

परन्तु जब पत्नी “उर्मिला” के कक्ष की ओर बढ़ रहे थे तो सोच रहे थे कि माँ ने तो आज्ञा दे दी,
परन्तु उर्मिला को कैसे समझाऊंगा.??

क्या बोलूँगा उनसे.?

यहीं सोच विचार करके लक्ष्मण जी जैसे ही अपने कक्ष में पहुंचे तो देखा कि उर्मिला जी आरती का थाल लेके खड़ी थीं और बोलीं-

"आप मेरी चिंता छोड़ प्रभु श्रीराम की सेवा में वन को जाओ...मैं आपको नहीं रोकूँगीं। मेरे कारण आपकी सेवा में कोई बाधा न आये, इसलिये साथ जाने की जिद्द भी नहीं करूंगी।"

लक्ष्मण जी को कहने में संकोच हो रहा था.!!

परन्तु उनके कुछ कहने से पहले ही उर्मिला जी ने उन्हें संकोच से बाहर निकाल दिया..!!

वास्तव में यहीं पत्नी का धर्म है..पति संकोच में पड़े, उससे पहले ही पत्नी उसके मन की बात जानकर उसे संकोच से बाहर कर दे.!!

लक्ष्मण जी चले गये परन्तु 14 वर्ष तक उर्मिला ने एक तपस्विनी की भांति कठोर तप किया.!!

वन में “प्रभु श्री राम माता सीता” की सेवा में लक्ष्मण जी कभी सोये नहीं , परन्तु उर्मिला ने भी अपने महलों के द्वार कभी बंद नहीं किये और सारी रात जाग जागकर उस दीपक की लौ को बुझने नहीं दिया.!!

मेघनाथ से युद्ध करते हुए जब लक्ष्मण जी को “शक्ति” लग जाती है और हनुमान जी उनके लिये संजीवनी का पर्वत लेके लौट रहे होते हैं, तो बीच में जब हनुमान जी अयोध्या के ऊपर से गुजर रहे थे तो भरत जी उन्हें राक्षस समझकर बाण मारते हैं और हनुमान जी गिर जाते हैं.!!

तब हनुमान जी सारा वृत्तांत सुनाते हैं कि, सीता जी को रावण हर ले गया, लक्ष्मण जी युद्ध में मूर्छित हो गए हैं।

यह सुनते ही कौशल्या जी कहती हैं कि राम को कहना कि “लक्ष्मण” के बिना अयोध्या में पैर भी मत रखना। राम वन में ही रहे.!!

माता “सुमित्रा” कहती हैं कि राम से कहना कि कोई बात नहीं..अभी शत्रुघ्न है.!!

मैं उसे भेज दूंगी..मेरे दोनों पुत्र “राम सेवा” के लिये ही तो जन्मे हैं.!!

माताओं का प्रेम देखकर हनुमान जी की आँखों से अश्रुधारा बह रही थी। परन्तु जब उन्होंने उर्मिला जी को देखा तो सोचने लगे कि, यह क्यों एकदम शांत और प्रसन्न खड़ी हैं?

क्या इन्हें अपनी पति के प्राणों की कोई चिंता नहीं?

हनुमान जी पूछते हैं- देवी!

आपकी प्रसन्नता का कारण क्या है? आपके पति के प्राण संकट में हैं...सूर्य उदित होते ही सूर्य कुल का दीपक बुझ जायेगा।

उर्मिला जी का उत्तर सुनकर तीनों लोकों का कोई भी प्राणी उनकी वंदना किये बिना नहीं रह पाएगा.!!

उर्मिला बोलीं- "
मेरा दीपक संकट में नहीं है, वो बुझ ही नहीं सकता.!!

रही सूर्योदय की बात तो आप चाहें तो कुछ दिन अयोध्या में विश्राम कर लीजिये, क्योंकि आपके वहां पहुंचे बिना सूर्य उदित हो ही नहीं सकता.!!

आपने कहा कि, प्रभु श्रीराम मेरे पति को अपनी गोद में लेकर बैठे हैं..!

जो “योगेश्वर प्रभु श्री राम” की गोदी में लेटा हो, काल उसे छू भी नहीं सकता..!!

यह तो वो दोनों लीला कर रहे हैं..

मेरे पति जब से वन गये हैं, तबसे सोये नहीं हैं..

उन्होंने न सोने का प्रण लिया था..इसलिए वे थोड़ी देर विश्राम कर रहे हैं..और जब भगवान् की गोद मिल गयी तो थोड़ा विश्राम ज्यादा हो गया...वे उठ जायेंगे..!!

और “शक्ति” मेरे पति को लगी ही नहीं, शक्ति तो प्रभु श्री राम जी को लगी है.!!

मेरे पति की हर श्वास में राम हैं, हर धड़कन में राम, उनके रोम रोम में राम हैं, उनके खून की बूंद बूंद में राम हैं, और जब उनके शरीर और आत्मा में ही सिर्फ राम हैं, तो शक्ति राम जी को ही लगी, दर्द राम जी को ही हो रहा.!!

इसलिये हनुमान जी आप निश्चिन्त होके जाएँ..सूर्य उदित नहीं होगा।"

राम राज्य की नींव जनक जी की बेटियां ही थीं...

कभी “सीता” तो कभी “उर्मिला”..!!

भगवान् राम ने तो केवल राम राज्य का कलश स्थापित किया ..परन्तु वास्तव में राम राज्य इन सबके प्रेम, त्याग, समर्पण और बलिदान से ही आया .!!

जिस मनुष्य में प्रेम, त्याग, समर्पण की भावना हो उस मनुष्य में राम हि बसता है...
कभी समय मिले तो अपने वेद, पुराण, गीता, रामायण को पढ़ने और समझने का प्रयास कीजिएगा .,जीवन को एक अलग नज़रिए से देखने और जीने का सऊर मिलेगा .!!

"लक्ष्मण सा भाई हो, कौशल्या माई हो,
स्वामी तुम जैसा, मेरा रघुराइ हो..
नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो,
चरण हो राघव के, जहाँ मेरा ठिकाना हो..
हो त्याग भरत जैसा, सीता सी नारी हो,
लव कुश के जैसी, संतान हमारी हो..
श्रद्धा हो श्रवण जैसी, सबरी सी भक्ति हो,
हनुमत के जैसी निष्ठा और शक्ति हो... "
ये रामायण है, पुण्य कथा श्री राम की।
!! जय जय श्री राम !!

Namaste Orchha
20/02/2020

Namaste Orchha

Make way for the legend, ! 🙌

Born into a musical family and trained by some of the finest musicians and musicologists, Shubha Mudgal is a recipient of the ⁣⁣⁣Padma Shri from the Government of India, the Gold Plaque Award for Special Achievement in Music at the 34th Chicago International Film Festival and the Yash Bharati Samman from the Government of Uttar Pradesh.

The singer's repertoire includes the genres of Khayal, Thumri and Dadra as well as Indian pop music.

The queen of melody is all set to tug at your heart strings, at . Are you? .⁣⁣⁣
More details to follow soon. Stay tuned!⁣⁣⁣⁣⁣

20/02/2020

Our next performer's name is synonymous with the words 'Iconic' & 'Legend'; with a musical career spanning almost four decades - PUT YOUR HANDS TOGETHER FOR THE SENSATIONAL MEGASTAR, Manu Chao!

From kickstarting the Latin alternative movement in the '80s and forming the uber successful French music group 'Mano Negra' to becoming a mega-sensation amongst the European and Latin-American audiences, Manu Chao has had an illustrious career! ⁣
With punk, rock, French chanson, Iberoamerican salsa, reggae, ska, and Algerian raï laced rhythms, Chao's music has been heavily influenced by the immigrants in France, his Iberian connections, and foremost his travels in Mesoamerica as a nomad following the disbanding of Mano Negra.⁣⁣
Join us at to hear the legend perform live in only !⁣
Register NOW at the link in bio!
More details to follow. Stay tuned!

20/02/2020
29/12/2017

Ek baar jaroor sune

29/10/2014
25/10/2014

"सर एक कप दूध मिलेगा क्या?" 6 माह के बच्चे की माँ ने एक बड़े होटल के मैनेजर से पूंछा।

मैनेजर "हाँ, 100 रू.मेँ मिलेगा।"
"ठीक है दे दो" महिला ने कहा।
महिला अपने पति के साथ घुमने आई थी और इस होटल मेँ ठहरी हुयी थी।

इसके बाद जब वह बाहर घूमने गाड़ी से निकले तो बच्चे को फिर भूख लगी। उन लोगों ने गाडी को टूटी झोपड़ी वाली पुरानी सी चाय की दुकान पर रोका बच्चे को दूध
पिला कर शांत किया।

दूध के पैसे पूछने पर बूढा दुकान मालिक बोला - "बेटी हम बच्चे के दूध के पैसे नहीं लेते, यदि रास्ते के लिए और चाहिए हो तो लेती जाओ।

यह सुन कर बच्चे की माँ के दिमाग में एक प्रश्न चक्कर काटने लगा कि अमीर कौन वो बड़ा होटल वाला या ये टूटी झोपड़ी वाला??

25/10/2014

एक सच्ची घटना-
रोहित ,प्रभात और चिराग कोचिंग से लौट रहे थे। तभी प्रभात की नज़र सुनसान पड़ें खाली प्लॉट में चार लड़कों से घिरी मदद के लिए पुकारती एक लड़की पर गयी।

यह देख कर प्रभात ने अपना बैग कंधें से उतार कर सड़क पर फेंका और ''मेरी बहन को छोड़ दो कमीनों '' कहता हुआ उसी दिशा में दौड़ पड़ा। रोहित और चिराग प्रभात की बात सुनकर अपना बैग वहीँ फेंककर उसके पीछे दौड़ पड़े।

तीन लड़कों को गुस्से में दौड़कर अपनी ओर आते देख वे चारों लडकें लड़की को छोड़कर भाग लिए। उनमे से एक को प्रभात और उसके दोस्तों ने पकड़ लिया फिर उसकी जमकर लातों-घूसों से खातिरदारी कर दी।

वो भी किसी तरह खुद को छुड़ाकर भाग निकला। उसके बाद प्रभात उस पीड़ित लड़की से उसका नाम-पता पूंछने लगा ये देखकर चिराग ने प्रभात से कहा कि-''तू तो ये कहकर भागा था मेरी बहन को छोड़ दो। क्या ये तेरी बहन नहीं है?? यूँ ही अपने साथ हमारी जान भी दांव पर लगा दी!!''

प्रभात ने मुस्कुराते हुए जबाब दिया कि ''मैं ऐसा न करता तो तुम बहाना बनाकर निकल लेते और हम भाइयों के होते एक बहन की अस्मत लुट चुकी होती।"

रोहित प्रभात की बात सुन कर बोला - ''कुछ भी कहो, मुझे भगवान ने कोई बहन नहीं दी थी आज प्रभात के कारण एक बहन मिल गयी।" रोहित की बात सुनकर प्रभात ने उसे गले लगा लिया और पीड़ित लड़की की आँखे भर आई।

दोस्तो अगर आपके सामने भी ऐसा कुछ हो तो इन्सानियत के नाते आपका फर्ज बनता है कि आप लड़कियों की मदद जरूर करें। नज़र बचा कर निकलने की कोशिश न करें। क्यूंकि आज के समय में हमारे जैसे लोगों के नज़र बचा कर निकलने के कारण ही अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।

25/10/2014

लोगों का मानना है कि हिंदू धर्म में 33 करोड़ देवी-देवता हैं, लेकिन ऐसा है नहीं। लोगों में ऐसी समझ एक गलतफहमी के कारण बनी है।

शास्त्रों में, खासकर वेदों में 33 कोटि देवी देवताओं का उल्लेख है। इस कारण से कहा जाता है कि देवी देवताओं की संख्या 33 करोड़ है। जबकि कोटि का अर्थ श्रेणी या प्रकार भी होता है और करोड़ भी।

लेकिन लोगों ने उसे हिंदी में करोड़ पढ़ना शुरू कर दिया जबकि वेदों का तात्पर्य 33 कोटि अर्थात 33 प्रकार के देवी-देवताओं से है। (चाहें तो उच्च कोटि और निम्न कोटि जैसे शब्दों की मिसाल से भी समझ सकते हैं। जैसे आप उच्च कोटि के विद्वान है। यहाँ पर कोटि का अर्थ करोड़ नहीं होता है।)

हमारे सनातन हिन्दू धर्म में 33 प्रकार देवता बतलाये गए हैं इस विषय में हम वेदों का शिरोभाग जिसे उपनिषद् कहते हैं उससे इस विषय को प्रस्तुत करते हैं।

बृहदारण्यक उपनिषद् में शाकल्य ऋषि ने महर्षि याज्ञवल्क्य से पूछा देवता कितने हैं? कति देवाः? याज्ञवल्क्य जी ने अन्तम उत्तर देते हुए कहा 33 ही देवता हैं। त्रयस्त्रिंशत्त्वेव देवाः।

अब प्रश्न हुआ वे 33 देवता कौन कौन हैं? इसका उत्तर दिया गया-
बारह आदित्य हैं : धाता, मित्, अर्यमा, शक्र,वरुण, अंश, भग, विवस्वान, पूषा, सविता, त्वष्टा, एवं विष्णु।
आठ वसु हैं : धर, ध्रुव, सोम, अह, अनिल, अनल, प्रत्युष एवं प्रभाष।
ग्यारह रूद्र हैं : हर, बहुरूप, त्र्यम्बक, अपराजिता, वृषाकपि, शम्भू, कपर्दी, रेवत, म्रग्व्यध, शर्व तथा कपाली।
1 इन्द्र
1प्रजापति
कुल योग = 33, यही 33 देवता हैं। बृहदारण्यकोपनिषद् 9/3/1-2

इस प्रकार वेद में 33 ही देवता कहे गये हैं । यहां कहीं भी 33 कोटि देवता ऐसे शब्द का प्रयोग ही नहीं है। जिससे हमें कोटि शब्द के अर्थ को बतलाने के लिए बाध्य होना पड़े।

ये 33 देवता भी एक ही देवता=परमात्मा=ब्रह्म=भगवान् के विभिन्न रूप हैं। वस्तुतः एक ही देव है जो भिन्न भिन्न प्रकार से अनेक नामों से कहा गया है।
एकं सद्विप्रा बहुधा वदन्ति।- ऋग्वेद
वही एक देव सर्वत्र व्याप्त (समाया) हुआ है। एको देवः सर्वभूतेषु गूढः -श्वेताश्वतरपनिषद्-6/11

हमारा सनातन हिन्दू धर्म मुस्लिम या ईसाईयों की भांति विचारधारा वाला नहीं है। यहां तो यह उस समय ही विनिर्णीत हो चुका कि जो कुछ दिखायी या सुनायी देता है वह सब वही एक देव है
सर्वं खल्विदं ब्रह्म -3/14/1
अतः हमारे सनातन धर्म में मूलतः एक ही देव हैं जिन्हे हम इन 33 देवताओं की बात क्या, सम्पूर्ण विश्व को उन्ही का रूप देखते हैं।

ब्रह्मसूत्र के "देवताधिकरण" -अध्याय 1/पाद 3/ अधिकरण 8/सूत्र 27 शांकर भाष्य एवं
उसकी भामती टीका में भी इसका विवरण मिलता है.

25/10/2014

अमर को अपनी होंडा एकॉर्ड गाड़ी को सिग्नल न होने की बजह से Red light पर रोकना पड़ा। 180 second का स्टॉप था। एक बोर्ड लगा हुआ था लाइट के नीचे 15 second से ज्यादा रुकने के लिए गाड़ी का इंजन बंद कर दें।

अमर ने सोचा की इंजन बंद करूँ but इंजन बंद मतलब AC बंद.. & weather is still hot.

FM रेडियो पर ‘आप जैसा कोई मेरी जिंदगी में आये’ गाना आ रहा था। अमर ने volume बढाया लेकिन तभी गाना ख़तम हो गया। बाकि के सारे चैनल पर ad आ रहा था।

अभी भी 160 second बाकी थे। अमर इतनी देर में ही बोर होने लगा। उसने मोबाइल उठाया, facebook खोला और देखा उसकी wall दिवाली के update से भरी हुयी है।

अमर ने भी एक update डाल दिया “Make this Diwali noiseless and pollution less. Don’t use crackers. Save environment”.

ये पोस्ट update करते ही 10 second में 3 लाइक आ गए। तभी FM पर Honey singh का गाना बजा, अमर ने फ़ोन रख दिया और volume फुल कर लिया।

गाड़ी का engine अभी भी on था। AC अच्छी cooling कर रहा था। अभी भी ट्रैफिक लाइट green होने में 90 second बाकी थे। पोस्ट पर likes लगातार बढ़ रहे थे।

Address


Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Orchha posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Orchha:

Shortcuts

  • Address
  • Telephone
  • Alerts
  • Contact The Business
  • Claim ownership or report listing
  • Want your business to be the top-listed Travel Agency?

Share