Deen-e-islaam

Deen-e-islaam Islamic knowledge

यौम_ए_अरफा यानी क़ुबूलियत की खास घड़ी है आप जहां पर भी हैं तौबा अस्तगफार करते रहें.... इस वक्त तमाम हाजी लोग चिलचिलाती धू...
15/06/2024

यौम_ए_अरफा यानी क़ुबूलियत की खास घड़ी है आप जहां पर भी हैं तौबा अस्तगफार करते रहें.... इस वक्त तमाम हाजी लोग चिलचिलाती धूप मे मैदान_ए_अरफात मे दुआ मे मशगूल हैं आप भी जहां पर भी हैं दुआ मे मशगूल हो जाएं

या अल्लाह हम सब के गुनाहों को माफ फरमा...... आमीन

12/04/2024
10/04/2024
10/04/2024
07/04/2024
03/04/2024

Masha ALLAH

03/04/2024
24/03/2024
(1)मक्का फतह हो गया लेकिन अभी तक यह फैसला नहीं हुआ था कि वहाँ के लोगों के साथ क्या सूलूक किया जाएगा अल्लाह के रसूल सल्लल...
24/03/2024

(1)मक्का फतह हो गया लेकिन अभी तक यह फैसला नहीं हुआ था कि वहाँ के लोगों के साथ क्या सूलूक किया जाएगा अल्लाह के रसूल सल्ललाहू अलैहे वसल्लम ने हजरत बिलाल को हुक्म दिया कि खाना काबा की छत पर जा कर आजान दो

हज़रत बिलाल ने आजान देनी शुरू की जिसे एक नौजवान ने सुना उस की उम्र मात्र 21 वर्ष थी वह अपने साथियों से कहने लगा कि" मेरे बाप कितनी किस्मत वाले थे इस आवाज को सुनने से पहले मर गए" सोचिए उस नौजवान के दिल में आजान के प्रति नफरत अपने हालात पर बेचारगी व लाचारी सब कुछ थी

अल्लाह के रसूल सल्ललाहू अलैहे वसल्लम ने सुना उस के बाद भी उस के साथ अच्छा व्यवहार किया जिस से प्रभावित हो कर वह मुसलमान हो गया उस नौजवान का नाम अत्ताब बिन उसैद था

हफ्ता दस दिन गुजरा अल्लाह के रसूल सल्ललाहू अलैहे वसल्लम मक्का से हुनैन का सफर करने लगे आप ने मक्का के लिए एक गवर्नर मुकर्रर करना चाहा आप ने उसी नौजवान अत्ताब बिन उसैद को बुलाया और मक्का का गवर्नर बना दिया

एक हफ्ता पहले जो शख्स इस्लाम से नफरत करता था कम उम्र था इस्लाम की बहुत सी बुनियादी बातों को नहीं जानता था उसे मक्का जैसे शहर का गवर्नर बना देना अजीब सा लगता है लेकिन यही अल्लाह के रसूल सल्ललाहू अलैहे वसल्लम की खासियत थी आप इंसान को उस की काबलियत को उस की सलाहियत को तुरंत परख लेते थे और फिर उसे बड़ी से बड़ी जिम्मेदारी दे देते थे

(2) मक्का फतह होने के बाद अरब कबीले बड़ी संख्या में मुसलमान होने लगे इसी बीच तायफ शहर से कुछ लोग मदीना आए और अल्लाह के रसूल सल्ललाहू अलैहे वसल्लम से मिल कर इस्लाम कबूल किया यह सब बड़ी उम्र के जिम्मेदार लोग थे इन में जो सबसे कम उम्र के थे उन का नाम उस्मान बिन अल आस था उन की उम्र 27 साल थी वह लोग हफ्ता दस दिन मदीने में रुके जब जाने लगे तो अल्लाह के रसूल सल्ललाहू अलैहे वसल्लम ने इन्हीं उस्मान बिन अल आस को अपने पास बुलाया और उन्हें तायफ का गवर्नर बना दिया सिर्फ आठ दस दिन में आप ने उन्हें परख लिया था और इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौप दी थी

कहते हैं कि हीरे की परख जौहरी जानता है अल्लाह के रसूल सल्ललाहू अलैहे वसल्लम एक ऐसे जौहरी थे जिन्हें इंसानी हीरों की जबरदस्त परख थी आप ने चंद दिन परख कर इन दोनों को बड़ी जिम्मेदारी दे दी और आगे चल कर इन दोनों की चमक देख कर साबित हो गया कि आप ने कितने जबर्दस्त हीरों को मुंतखब किया था

24/03/2024

Address

Kareli
Allahabad
211016

Telephone

+919696843999

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Deen-e-islaam posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Deen-e-islaam:

Videos

Share


Other Tourist Information Centers in Allahabad

Show All