Char Dham Yatra - चार धाम यात्रा

Char Dham Yatra - चार धाम यात्रा Char Dham Yatra provides detailed information of Badrinath Kedarnath Gangotri Yamunotri

हर हर महादेव ॐ नमः शिवायः - केदारनाथ उत्तराखंडकेदारनाथ मन्दिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है।...
10/06/2021

हर हर महादेव ॐ नमः शिवायः - केदारनाथ उत्तराखंड
केदारनाथ मन्दिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है। उत्तराखण्ड में हिमालय पर्वत की गोद में केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योतिर्लिंग में सम्मिलित होने के साथ चार धाम और पंच केदार में से भी एक है। यहाँ की प्रतिकूल जलवायु के कारण यह मन्दिर अप्रैल से नवंबर माह के मध्‍य ही दर्शन के लिए खुलता है। पत्‍थरों से बने कत्यूरी शैली से बने इस मन्दिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण पाण्डव वंश के जनमेजय ने कराया था। यहाँ स्थित स्वयम्भू शिवलिंग अति प्राचीन है। आदि शंकराचार्य ने इस मन्दिर का जीर्णोद्धार करवाया।
जून २०१३ के दौरान भारत के उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश राज्यों में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण केदारनाथ सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र रहा। मंदिर की दीवारें गिर गई और बाढ़ में बह गयी। इस ऐतिहासिक मन्दिर का मुख्य हिस्सा और सदियों पुराना गुंबद सुरक्षित रहे लेकिन मन्दिर का प्रवेश द्वार और उसके आस-पास का इलाका पूरी तरह तबाह हो गया।

#केदारनाथ #केदारनाथधाम #केदारनाथमंदिर #केदारनाथमन्दिर

जय गंगा मैयाGangotri - गंगोत्री is a town in Uttarkashi district in the state of Uttarakhand , India.It is a Hindu pilgr...
25/05/2021

जय गंगा मैया
Gangotri - गंगोत्री is a town in Uttarkashi district in the state of Uttarakhand , India.
It is a Hindu pilgrim town on the banks of the river Bhagirathi and origin of River Ganges.
Gangotri is on the Greater Himalayan Range, at a height of 3,100 metres (10,200 ft).
According to popular Hindu legend, it was here that Goddess Ganga descended when Lord Shiva released the mighty river from the locks of his hair.

#गंगोत्री #गंगोत्रीनदी #गंगोत्रीमंदिर

जय बद्री विशाल - बर्फ की सफेद चादर ओढ़े भगवान बद्री विशाल।पोस्ट पसंद आए तो कृपया पेज और पोस्ट अवश्य लाइक तथा शेयर करें।बद...
04/12/2020

जय बद्री विशाल - बर्फ की सफेद चादर ओढ़े भगवान बद्री विशाल।
पोस्ट पसंद आए तो कृपया पेज और पोस्ट अवश्य लाइक तथा शेयर करें।
बदरी नारायण मंदिर जिसे बद्रीनाथ भी कहते हैं अलकनंदा नदी के किनारे उत्तराखंड राज्य में स्थित है। नर नारायण की गोद में बसा बद्रीनाथ नीलकण्ड पर्वत का पार्श्व भाग है। भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर आदिगुरू शंकराचार्य द्वारा चारों धाम में से एक के रूप में स्थापित किया गया था। यह मंदिर तीन भागों में विभाजित है, गर्भगृह, दर्शनमण्डप और सभामण्डप।
मंदिर परिसर में 15 मूर्तियां है, इनमें सब से प्रमुख है भगवान विष्णु की एक मीटर ऊंची काले पत्थर की प्रतिमा है। यहां भगवान विष्णु ध्यान मग्न मुद्रा में सुशोभित है। जिसके दाहिने ओर कुबेर लक्ष्मी और नारायण की मूर्तियां है।
इसे धरती का वैकुंठ भी कहा जाता है।शंकराचार्य की व्यवस्था के अनुसार बद्रीनाथ मंदिर का मुख्य पुजारी दक्षिण भारत के केरल राज्य से होता है।
मंदिर अप्रैल-मई से अक्टूबर-नवम्बर तक मंदिर दर्शनों के लिए खुला रहता है।
बद्रीनाथ धाम में श्री बदरीनारायण भगवान के पांच स्वरूपों की पूजा अर्चना होती है। विष्णु के इन पांच रूपों को ‘पंच बद्री’ के नाम से जाना जाता है।
बद्रीनाथ के मुख्य मंदिर के अलावा अन्य चार बद्रियों के मंदिर भी यहां स्थापित है। श्री विशाल बद्री पंच बद्रियों में से मुख्य है। इसकी देव स्तुति का पुराणों में विशेष वर्णन किया जाता है। ब्रह्मा, धर्मराज व त्रिमूर्ति के दोनों पुत्र नर के साथ ही नारायण ने बद्री नामक वन में तपस्या की, जिससे इन्द्र का घमण्ड चकनाचूर हो गया। बाद में यही नर नारायण द्वापर युग में कृष्ण और अर्जुन के रूप में अवतरित हुए। जिन्हें हम विशाल बद्री के नाम से जानते हैं। इसके अलावा श्री योगध्यान बद्री, श्री भविष्य बद्री, श्री वृद्घ बद्री, श्री आदि बद्री इन सभी रूपों में भगवान बद्रीनाथ यहां निवास करते हैँ।

#अलकनंदानदी #बद्रीनाथ #बद्रीनाथमंदिर #तप्तकुंड #जयबद्रीविशाल

उत्तराखंड चारधाम शीतकाल हेतु कपाट बंद होने की तिथियां विधि-विधान एवं पंचाग गणना के पश्चात निम्नवत घोषित हो गयी है ।।* श्...
30/10/2020

उत्तराखंड चारधाम शीतकाल हेतु कपाट बंद होने की तिथियां विधि-विधान एवं पंचाग गणना के पश्चात निम्नवत घोषित हो गयी है ।।

* श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 👇👇👇👇
19 नवंबर अपराह्न 3:35 पर शीतकाल हेतु बंद किये जायेंगे

* श्री केदारनाथ धाम भैयादूज 16 नवंबर को कपाट प्रात: 6:00 बजे एवं पूर्व द्वार 8:30 बजे बंद होंगे ।।

* यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज के अवसर पर 16 नवंबर को पूर्वाह्न में बजे बंद होंगे ।।

* श्री गंगोत्री धाम अन्नकूट के अवसर पर 15 नवंबर पूर्वाह्न में
कपाट शीतकाल हेतु बंद होंगे ।।

* द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट 19 नवंबर को प्रात: 7 बजे बंद होंगे ।।

* तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट 4 नवंबर 11.30 बजे बंद होंगे ।।

* मद्महेश्वर मेला - 22 नवंबर 2020

।। जय बदरीविशाल ।।

✓ यमुनोत्री धाम ✓ गंगोत्री धाम ✓ केदारनाथ चारधाम ✓बद्रीनाथ धाम हिन्दू धर्म के हिमालय पर्वतों में स्थित पवित्रतम तीर्थ पर...
12/10/2020

✓ यमुनोत्री धाम ✓ गंगोत्री धाम ✓ केदारनाथ चारधाम ✓बद्रीनाथ धाम

हिन्दू धर्म के हिमालय पर्वतों में स्थित पवित्रतम तीर्थ परिपथों में से एक है। यह भारत के उत्तराखण्ड राज्य के गढ़वाल मण्डल में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में स्थित है और इस परिपथ के चार धाम हैं: बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री। इनमें से बद्रीनाथ धाम, भारत के चार धामों का भी उत्तरी धाम है।

यद्यपि इन चारों स्थलों की अपनी-अपनी विशेषताएँ हैं लेकिन इनकों चारधाम के रूप में एक इकाई के रूप में देखा जाता है।

हर हर महादेव ॐ नमः शिवायः - केदारनाथ उत्तराखंडकेदारनाथ मन्दिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है।...
07/10/2020

हर हर महादेव ॐ नमः शिवायः - केदारनाथ उत्तराखंड

केदारनाथ मन्दिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है। उत्तराखण्ड में हिमालय पर्वत की गोद में केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योतिर्लिंग में सम्मिलित होने के साथ चार धाम और पंच केदार में से भी एक है। यहाँ की प्रतिकूल जलवायु के कारण यह मन्दिर अप्रैल से नवंबर माह के मध्‍य ही दर्शन के लिए खुलता है। पत्‍थरों से बने कत्यूरी शैली से बने इस मन्दिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण पाण्डव वंश के जनमेजय ने कराया था। यहाँ स्थित स्वयम्भू शिवलिंग अति प्राचीन है। आदि शंकराचार्य ने इस मन्दिर का जीर्णोद्धार करवाया।

जून २०१३ के दौरान भारत के उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश राज्यों में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण केदारनाथ सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र रहा। मंदिर की दीवारें गिर गई और बाढ़ में बह गयी। इस ऐतिहासिक मन्दिर का मुख्य हिस्सा और सदियों पुराना गुंबद सुरक्षित रहे लेकिन मन्दिर का प्रवेश द्वार और उसके आस-पास का इलाका पूरी तरह तबाह हो गया।

#केदारनाथ #केदारनाथधाम #केदारनाथमंदिर #केदारनाथमन्दिर

जय बद्री विशाल - बद्रीनाथ धाम- बद्रीनाथ मंदिरबदरी नारायण मंदिर जिसे बद्रीनाथ भी कहते हैं अलकनंदा नदी के किनारे उत्तराखंड...
02/10/2020

जय बद्री विशाल - बद्रीनाथ धाम- बद्रीनाथ मंदिर

बदरी नारायण मंदिर जिसे बद्रीनाथ भी कहते हैं अलकनंदा नदी के किनारे उत्तराखंड राज्य में स्थित है। नर नारायण की गोद में बसा बद्रीनाथ नीलकण्ड पर्वत का पार्श्व भाग है। भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर आदिगुरू शंकराचार्य द्वारा चारों धाम में से एक के रूप में स्थापित किया गया था। यह मंदिर तीन भागों में विभाजित है, गर्भगृह, दर्शनमण्डप और सभामण्डप।

मंदिर परिसर में 15 मूर्तियां है, इनमें सब से प्रमुख है भगवान विष्णु की एक मीटर ऊंची काले पत्थर की प्रतिमा है। यहां भगवान विष्णु ध्यान मग्न मुद्रा में सुशोभित है। जिसके दाहिने ओर कुबेर लक्ष्मी और नारायण की मूर्तियां है।

इसे धरती का वैकुंठ भी कहा जाता है।शंकराचार्य की व्यवस्था के अनुसार बद्रीनाथ मंदिर का मुख्य पुजारी दक्षिण भारत के केरल राज्य से होता है।
मंदिर अप्रैल-मई से अक्टूबर-नवम्बर तक मंदिर दर्शनों के लिए खुला रहता है।

बद्रीनाथ धाम में श्री बदरीनारायण भगवान के पांच स्वरूपों की पूजा अर्चना होती है। विष्णु के इन पांच रूपों को ‘पंच बद्री’ के नाम से जाना जाता है।

बद्रीनाथ के मुख्य मंदिर के अलावा अन्य चार बद्रियों के मंदिर भी यहां स्थापित है। श्री विशाल बद्री पंच बद्रियों में से मुख्य है। इसकी देव स्तुति का पुराणों में विशेष वर्णन किया जाता है। ब्रह्मा, धर्मराज व त्रिमूर्ति के दोनों पुत्र नर के साथ ही नारायण ने बद्री नामक वन में तपस्या की, जिससे इन्द्र का घमण्ड चकनाचूर हो गया। बाद में यही नर नारायण द्वापर युग में कृष्ण और अर्जुन के रूप में अवतरित हुए। जिन्हें हम विशाल बद्री के नाम से जानते हैं। इसके अलावा श्री योगध्यान बद्री, श्री भविष्य बद्री, श्री वृद्घ बद्री, श्री आदि बद्री इन सभी रूपों में भगवान बद्रीनाथ यहां निवास करते हैँ।

#अलकनंदानदी #बद्रीनाथ #बद्रीनाथमंदिर #तप्तकुंड #जयबद्रीविशाल

जय गंगा मैयाGangotri - गंगोत्री is a town in Uttarkashi district in the state of Uttarakhand, India.It is a Hindu pilgri...
04/09/2020

जय गंगा मैया

Gangotri - गंगोत्री is a town in Uttarkashi district in the state of Uttarakhand, India.

It is a Hindu pilgrim town on the banks of the river Bhagirathi and origin of River Ganges.

Gangotri is on the Greater Himalayan Range, at a height of 3,100 metres (10,200 ft).

According to popular Hindu legend, it was here that Goddess Ganga descended when Lord Shiva released the mighty river from the locks of his hair.

#गंगोत्री #गंगोत्रीनदी #गंगोत्रीमंदिर

Address

Badrinath Road, Chamoli District
Badrinath
246422

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✓ यमुनोत्री धाम ✓ गंगोत्री धाम ✓ केदारनाथ चारधाम ✓बद्रीनाथ धाम

चारधाम, हिन्दू धर्म के हिमालय पर्वतों में स्थित पवित्रतम तीर्थ परिपथों में से एक है। यह भारत के उत्तराखण्ड राज्य के गढ़वाल मण्डल में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में स्थित है और इस परिपथ के चार धाम हैं: बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री। इनमें से बद्रीनाथ धाम, भारत के चार धामों का भी उत्तरी धाम है।

यद्यपि इन चारों स्थलों की अपनी-अपनी विशेषताएँ हैं लेकिन इनकों चारधाम के रूप में एक इकाई के रूप में देखा जाता है।

The Char Dham (literally translated as 'the four abodes/seats', meaning 'the small circuit of four abodes/seats'), is an important Hindu pilgrimage circuit on the under upgradation Chardham Road Highway and under construction Chota Char Dham Railway in the Indian Himalayas.