16/05/2024
ये है मां... खुद भूखी-प्यासी रहकर भी बच्चों को काबिल बनाने का जज्बा, पति को खोकर भी हिम्मत नहीं हारी और अब बेटा-बेटी व बहू समेत 4 को सरकारी नौकरी लगाया
जी हां, हम अक्सर कहते है कि मां तो आखिर मां होती है, क्योंकि हमारी जिंदगी में एक वो ही है, जो खुद भूखी रह जायेगी लेकिन अपने बच्चों को कभी भूखा सोने नहीं देती, हालात कैसे भी हो, लेकिन वो सबसे लड़ने का जज्बा व जुनून रखती है। आज मदर्स डे पर एक ऐसी मां की कहानी जिसने अपने पति को खाेने के बाद खुद को कमजोर होने नहीं दिया और हिम्मत नहीं हारी। यह कहानी है बाड़मेर जिले के खड़ीन गांव निवासी तीजो देवी पत्नी स्व. गुमनाराम जाट की।