07/02/2022
*"मेरा गांव, मेरी संस्कृति"* के अंतर्गत *संस्कारशाला* के माध्यम से *'भगवाप्रेमी फाउंडेशन'* एवं *जन सेवा केन्द्र, बझेरा* के संयुक्त तत्वावधान में *बझेरा दर्पण* का प्रकाशन किया जा रहा है इस हेतु आप सभी से लेख एवं संबंधित फोटो आमंत्रित हैं जिनके माध्यम से बझेरा दर्पण नामक *पत्रिका* को रूप दिया जाएगा लेखक के रूप में कोई भी गांव का व्यक्ति या गांव के बारे में जानकारी रखने वाला अपना लेखन प्रकाशित करा सकता है, विषय सामग्री के रूप में बझेरा की संस्कृति, बझेरा का इतिहास, बझेरा का भूगोल, बझेरा के विभिन्न नक्शे, त्यौहार/ पर्व, परंपराएं, मंदिर, प्रतिष्ठान, पुरानी इमारतें, दरवाजे, लोकोक्तियां, कहावतें, लोकगीत/ संगीत आदि एवं प्रसिद्ध व्यक्तियों के जीवन परिचय/जीवन गाथा, नौकरशाह एवं सफल व्यक्तियों का परिचय आदि को विशेष स्थान दिया जाएगा साथ ही इसमें किसी भी प्रकार की उम्र, जाति आदि से संबंधित कोई पाबंदी नहीं है कोई भी व्यक्ति जो कि किसी भी समुदाय से हो अपनी बात को लिखकर हमें भेज सकता है साथ ही अपनी एक पासपोर्ट साइज की फोटो लेखन से संबंधित पेज पर चस्पा कर हमारे कार्यालय या सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप या टेलीग्राम या इंस्टाग्राम या फेसबुक आदि माध्यमों से भी प्रेषित कर सकता है इस संबंध में पुराने इतिहासकारों एवं विशेषज्ञों आदि का परामर्श विशेष आमंत्रित है, आप सभी के आशीर्वाद से इस कार्य को जल्द से जल्द संपन्न करने का प्रयत्न किया जाएगा एवं संस्कृति मंत्रालय को वेबसाइट पर प्रकाशन हेतु भी भेजा जाएगा जिसके माध्यम से हमारे गांव का नाम संपूर्ण दुनिया में प्रसारित होगा।
लेखक द्वारा लेखन शुल्क पूर्णता स्वैच्छिक है अर्थात कोई भी लेखक अपने लेख के लिए अपनी श्रद्धा के अनुसार धनराशि जमा कर सकता है उसे किसी भी प्रकार से अतिरिक्त धन के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा साथ ही पत्रिका के प्रकाशन के उपरांत वितरण/विक्रय शुल्क/मूल्य पृष्ठों की संख्या, गुणवत्ता एवं प्रिंटिंग प्रेस के खर्च के आकलन के पश्चात निर्धारित किया जाएगा धन्यवाद।
आपका शुभेच्छु 🙏🏻
🖋️ *एड० हंसराज सिंह राजपूत*
सम्पादक - बझेरा दर्पण
मोबाइल नम्बर - ९१९८२७५८०६