
30/05/2022
कहीं अंधेरा तो कहीं शाम होगी,
मेरी हर ख़ुशी तेरे नाम होगी,
कभी मांग कर तो देख हमसे ए दोस्त,
होंठो पर हसीं और हथेली पर जान होगी.
हर मोड़ पर मुकाम नहीं होता,
दिल के रिश्तो का कोई नाम नहीं होता,
चिराग की रौशनी से ढूँढा है आपको,
आप जैसा दोस्त मिलना आसान नहीं होता