11/07/2023
What is Panch Kailash?
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Panch Kailash stands for five Kailash situated in India and Tibet. More often than not, the pure devotees of Bhagwan Shiv progress five Kailash Yatra or Panch Kailash Yatra for the attainment of Salvation, hence, devotees from all over the world pay reverence to Bhagwan Shiv at these five holy sites all together called Panch Kailash. Alongside, most individuals or travellers take it as a journey of truth, and a great spiritual experience. Indeed, Panch Kailash Yatra 2019 includes paying pilgrimage to five abodes of Bhagwan Shiv and the holy mountains or sites in the Himalayas. The Panch Kailash are —
Shrikhand Mahadev
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Shrikhand Mahadev is also known as “Shrikhand Kailash.” It is situated in the Kullu District in the state of Himachal Pradesh in India. The mountain is located at a height of 5,227 meters above the main sea level. Trekking to Shrikhand Mahadev can grant you with beautiful experience of passing through flowery valleys and tall trees. However, one also needs to cope with the Himalayan terrain while crossing various glaciers to reaches Shrikhand Mahadev. The Vedic History of Shrikhand Mahadev speaks “Bhasmasur who has worshipped Bhagwan Shiv for a long period received a boon from the Lord as a fruit that he can turn anyone into ashes by locating his arm upon someone’s head. After receiving the boon, Bhasmasur desired to transform Bhagwan Shiv into ashes and so he moves forward to Shiva, to this, Bhagwan Shiv started runoff from the Asura. While hiding from Asura, Bhagwan Shiv came down to Shrikhand Mountain and meditated there in the form of Kailash Shivaling. Sri Vishnu also killed Bhasmasur at this mountain by tricking him into his own action as per the boon.” Apart from this, Bhagwan Shiv came out from the form of Shivaling when Mata Parvati processed Akhand Upasana.
Kinnaur Kailash
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Kinnaur Kailash is also known as “Kinner Mountain.” It is located in Kinnaur valley of Kinnaur District in the state of Himachal Pradesh. Kinnaur Mountain or Kinner Kailash is one of the Panch Kailash in India. It is 6050 meters long. The location is considered as in-depth sacred and holds a significant Vedic History behind the invention. As per the Vedic History, a Kund near the Kailash is called “Parvati Sarovar” which Goddess Parvati had created by herself to worship. Kinnaur Kailash is also the place where Mata Parvati and Bhagwan Shiv met.
More often, locals discuss the presence of two birds above the peak of Kinnaur Kailash, akin to observing the activities of the visitors all the time. Many locals also mention the belief of these two birds being Mata Parvati and Bhagwan Shiv. Again, the Mountain is highly spiritual and is never covered with snow, no matter, how snowy the whole region is!
Manimahesh Kailash
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Manimahesh Kailash is also known as Chamba Kailash and is situated in the Chamba district in Himachal Pradesh. The mountain stands at a distance of 26 kilometres from Bhudhil Valley. It is 5,653 meters long. At the bottom of Manimahesh Kailash, Manimahesh Lake flows parallel to the level of Mansarovar Lake. As per the history of tourism or pilgrimage to this holy site, no visitor has yet been accomplished in conquering this mountain. As per the attempt of Nandini Patel to climb the mountain in 1968 under the support of an Indo-Japanese team of mountaineers, this Kailash is considered as Virgin peak as her attempt equivalent to other mountaineers was aborted. Vedic history of this mountain speaks “Bhagwan Shiv created Manimahesh ahead of marrying Mata Parvati.” It is considered that it is one of the abodes of Bhagwan Shiv and he usually roams around the mountain with his spouse.
Adi Kailash
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Adi Kailash is also known as “Chhota Kailash” and it is situated close to the Indo-Tibetan Border in Dharchula district in the state of Uttrakhand in India. More often, people around the world do confuse between Adi Kailash and Mount Kailash in Tibet because of similar appearance. “Parvati Tal” is the nearest Lake located to Adi Kailash. The mountain is a perfect example of natural beauty. As per the Vedic Histories, Adi Kailash holds significance in Hinduism as the mountain has been discussed in many Hindu Scriptures.
Mount Kailash
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Mount Kailash is situated in Tibet. It is 6638 meters long considered as highest peak among the Kailash Range. It is acknowledged for holding sacred importance in more than one religion—Bon, Hinduism, Buddhist, and Jainism. As per Vedic History, Bhagwan Shiva had resided in the Mount Kailash for a long period. Also, he sat here for meditation. Mt. Kailash is known for granting spiritual liberation, salvation, and bliss to the devotees of Bhagwan Shiv as well as the followers of other religions. Mansarovar Lake and Rakshastal are also situated nearby to Mt.Kailash. Mt.Kailash has never been climbed by anyone till now.
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https://panchkailash.com/what-is-panch-kailash/
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#पंच_कैलाश
हमारे भारत और तिब्बत में स्थित 5 अलग-अलग कैलाश पर्वत हैं जिन्हें सम्मिलित रूप से पंच कैलाश नाम दिया गया है ।।
🚩शिव भक्तों के लिए मोक्ष प्राप्ति हेतु पंच कैलाश यात्रा को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है , सभी 5 कैलाश हिमलाय पर्वतश्रृंखला में स्थित हैं ! अधिकांश यात्री पंच कैलाश यात्रा को सत्य की यात्रा और एक महान आध्यात्मिक अनुभूति का अनुभव मानते हैं , आइये पंच कैलाश यात्रा में सम्मिलित कैलाश पर्वतों के बारे में संक्षिप्त में जानते हैं..🙏🙏🙏
🔱 #आदि_कैलाश 【 #छोटा_कैलाश】
▪️आदि कैलाश (छोटा कैलाश) भारत तिब्बत सीमा के बिलकुल पास भारतीय सीमा क्षेत्र के अंदर स्थित है , छोटा कैलाश उत्तराखंड के धारचूला जिले में स्थित है। यह क्षेत्र उत्तम प्राकृतिक सुंदरता, शांति और सम्प्रभुता से भरा पूरा है। यह क्षेत्र बहुत ही शांत है, शांति की तलाश कर रहे यात्रियों के लिए यह स्थान अति उत्तम साबित होता है ! बहुत से लोग एक सामान रूप के चलते आदि कैलाश और मुख्य कैलाश में भ्रमित हो जातें हैं। आदि कैलाश के समीप एक झील स्थित है जिसे "पार्वती ताल" कहा जाता है ।।
🔱 #किन्नौर_कैलाश
▪️किन्नौर कैलाश हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले की किन्नौर घाटी में स्थित है। इसकी ऊंचाई लगभग 6050 मीटर है। इसका अपना एक पौराणिक इतिहास है , किंवदंतियों के अनुसार किन्नौर कैलाश के समीप देवी पार्वती द्वारा निर्मित एक सरोवर है, जिसे उन्होंने पूजा के लिए बनाया था, इसे "पार्वती सरोवर" के नाम से जाना जाता है। इस स्थान को भगवान शिव और देवी पार्वती का मिलन स्थल भी माना जाता है ! स्थानीय लोगों के अनुसार इस पर्वत की चोटी पर एक पक्षियों का जोड़ा रहता है। लोग इन पक्षियों को माता पार्वती और भगवान शिव मानते हैं। इस कैलाश को बहुत आध्यात्मिक माना जाता है क्योंकि भले पुरे क्षेत्र में कितनी भी बर्फ क्यों न गिरे पर किन्नौर कैलाश कभी भी बर्फ से नहीं ढकता है ।।
🔱 #श्रीखंड_कैलाश
▪️श्रीखंड कैलाश हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित है , समुद्र तल से इसकी ऊंचाई लगभग 5227 मीटर है , यहाँ पहुँचने के लिए हिमालय श्रृंखलाओं से होते हुए कई ग्लेशियर पार करने होते हैं ! इस पर्वत के बारे में एक पौराणिक कथानुसार कहा जाता है कि भस्मासुर ने इस पर्वत पर तपस्या करके भगवान शिव को प्रसन्न कर वरदान की प्राप्ति की थी। भगवान शिव ने भस्मासुर को किसी के भी सिर पर हाथ रखकर उसे भस्म करने का वरदान दिया था !! भस्मासुर अपने वरदान की सत्यता को जांचने के उद्देश्य से भगवान शिव के सिर पर हाथ रखने की कोशिश करने लगा तब भगवान शिव वहां से भाग खड़े हुए , भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण करके भस्मासुर के साथ नृत्य करते हुए उसका हाथ उसी के सिर पर रखवा दिया और इस प्रकार भगवान शिव की रक्षा की थी , भस्मासुर इसी पर्वत पर भस्म हुआ था ऐसा किंवदंतियों में कहा गया है ।।
🔱 #चम्बा_कैलाश 【 #मणिमहेश_कैलाश】
▪️मणिमहेश कैलाश हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले में स्थित है, इस कारण इसे चम्बा कैलाश भी कहा जाता है। इसकी ऊंचाई लगभग 5653 मीटर है , यह भुधिल घाटी से 26 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। मणिमहेश कैलाश के समीप मणिमहेश झील है जो कि मानसरोवर झील के समानान्तर ऊंचाई पर बहती है , आज तक के इतिहास के अनुसार आज तक कोई भी आगंतुक इस पर्वत की चढ़ाई को पूरा नहीं कर पाया है। 1968 में नंदिनी पटेल नाम की महिला ने इस पर्वत पर चढ़ाई की कोशिश की थी परन्तु उसे बीच में ही अभियान को रोकना पड़ा था , पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव ने माता पार्वती से विवाह के पूर्व इस पर्वत को बनाया था , ऐसा माना जाता है कि यह भगवान शिव के निवास स्थलों में से एक है और भगवान शिव अपनी पत्नी के साथ अक्सर यहाँ घूमते हैं..!!
🔱 #कैलाश_पर्वत 【 #मुख्य_कैलाश】
▪️कैलाश पर्वत तिब्बत में स्थित है , सभी कैलाश पर्वतों में यह 6638 मीटर की ऊंचाई के साथ सबसे ऊँचा है। यह स्थल न केवल हिन्दू धर्म में अपितु बौद्ध धर्म, जैन धर्म आदि धर्मों में भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है !! हिन्दू पौराणिक गाथाओं के अनुसार यहाँ पर भगवान शिव ने लम्बे समय तक निवास किया है, शिव यहाँ पर ध्यान भी करते थे , कैलाश पर्वत को भगवान शिव के भक्तों के साथ-साथ अन्य धर्मों के अनुयायियों को भी आध्यात्मिक मुक्ति, मोक्ष और आनंद प्रदान करने वाला माना गया है। कैलाश पर्वत के पास मानसरोवर झील और रक्षास्थल स्थित हैं ।।
📌 आज तक कैलाश पर्वत पर कोई भी नहीं चढ़ पाया है ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि माना जाता है कि कैलाश पर्वत अपनी स्थिति बदलता रहता है।।
Album ©️ Vedic Temples 'वैदिक मंदिर' ॐ