26/06/2020
कल दिनांक 25 जून 2020 को रतलाम के आगे बिलपांक गांव जाना हुआ।
मकसद था प्राचीन महादेव मंदिर का अवलोकन करना।
ये प्राचीन मंदिर 2300 वर्ष पुराना है जिसका जीर्ण उद्धार 900 वर्ष पूर्व गुजरात के एक राजा ने करवाया था। (अनुमानित)
छोटे से गांव के मध्य सकरी गलियों से होकर इस मंदिर तक पहुंच पाए।
यह मंदिर गुर्जर चालुक्य शैली (परमार कला के समकालीन) का मनमोहक उदाहरण है। वहां के स्तम्भ व शिल्प सौंदर्य इस काल के चरमोत्कर्ष को दर्शाते हैं। वर्तमान मंदिर से गुजरात के चालुक्य नरेश सिद्धराज जयसिंह संवत् 1196 का शिलालेख प्राप्त हुआ है। इससे ज्ञात होता है कि महाराजा सिद्धराज जयसिंह ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था।