04/07/2022
स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग के सहयोग से kais वाइल्ड लाइफ इको टूरिज्म ग्रुप कर रहा है काम, यदि kais वन्य प्राणी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पंचायतों के गांव में टूरिस्ट को रहने की सुविधा मिल जाती है तो टूरिस्ट आसानी से और सस्ते में kais वाइल्ड लाइफ के अंतर्गत आने वाले टूरिस्ट स्थानों का भ्रमण कर सकेंगे, यदि तांदला गांव में होम स्टे या कैंपिंग बन जाती है तो फुटासोर और बिजली महादेव का ट्रैक एक दिन में हो जायेगा। आज के समय में सौर गांव में एक, सेऊबाग में एक, चोगीन में एक, kais में दो होम स्टे है, कुकड़सेरी kais में एक लक्जरी कैंप साइट है, सेओबाग में एक होटल चला है। सॉयल गांव अपने पुराने लकड़ी के घरों के लिए टूरिस्ट को अपनी और आकर्षित करता है तो सौर गांव सौंदर्य के लिए टूरिस्ट को आकर्षित करता है , तांदला गांव में वाटर फॉल और जंगल है टूरिस्ट को आकर्षित करने के लिए, kais में बौद्ध गोंपा , धान की खेती, सेब की नर्सरी है जो टूरिस्ट को आकर्षित करती हैं, धारा में देवता का लकड़ी का चार मंजिला भंडार, जिसके दरवाजा में ताला नही लगा होता है कभी भी, सेओबाग में फूलों की खेती के लिए पॉली हाऊस, गाहर बनोगी से कुल्लू शहर का रात के नज़ारा का सौंदर्य मानो आसमान में सितारे, ये चीजे टूरिस्ट को अपनी और आकर्षित करती है, ट्रेकिंग के लिए तो यहां बहुत सारे रूट है, एक दिन से लेकर सात आठ दिनों तक के लिए क्षेत्र में ट्रेक रूट है।