07/12/2022
हम इस संसार में देवकार्यों(देउली) के लिए जो भी समय देते हैं, उसे भगवान कई गुना होकर हमको वापस देते है। भगवान को समय देंगे तो भगवान के पास भी हमारे लिए समय होगा।
जिस प्रकार सम्पति का दसवाँ भाग परोपकार में लगाओ तो सम्पति की शुद्धि होती है उसी प्रकार समय का भी दसवाँ भाग सेवा में लगाओ तो समय की भी शुद्धि होती है।
चौबीस घण्टे में से दस प्रतिशत देवकार्यों में देउलिओं में देउलुओं की सेवा के लिए, प्रभु की सेवा के लिए, समय का सदुपयोग करो। कुछ समय निकालकर देव संस्कृति के सत्कर्म कार्यों में ख़र्च करो नतीजे अतुलनीय मिलेंगे
श्रीमन्नारायण