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23/12/2023
ये जो आसमान है न,
ज़रा सा और क़रीब चाहिए!
काफ़ी हद तक तो खींच लाया हूं नीचे,,
इसका घमंड बस टूटने को है,,
बस, आ रहा है समय पलटकर,
एक खींच डोर को देनी है,,
गिर पड़ेगा कटी पतंग की मानिंद,,,
कदमों में।
#रविकुमारजैन
28/09/23,=11pm
fans
Karan Mahara