Srishti Info Services Pvt Ltd

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Please enjoy with us with a least cost of family package  at Mini Switzerland i.e. Chopta Rudraprayag,  & Gwaldam, Chamo...
24/01/2018

Please enjoy with us with a least cost of family package at Mini Switzerland i.e. Chopta Rudraprayag, & Gwaldam, Chamoli, UK

srishthi ka nazara apna uttarakhand
05/08/2017

srishthi ka nazara apna uttarakhand

05/08/2017

Srishti Info Services Pvt. Ltd. has a weekend/holidays tour plan for 2 nights & 3 days for Gwaldam, patal bhubneshwari, bageshwar, kausani, chaukori, shaktipeeth raj keshari & badhangarhi, nag devta from 12 August to 15 Aug'2017 with a minimum charges is Rs.6500/- per pax. Minimum seats are remaining, so kindly hurry up and book the same on 9350864739/9953809836/8750144937 or email:[email protected]

Chopta is a small region of meadows and evergreen forest area which is a part of kedarnath wildlife sanctuary located in...
18/05/2017

Chopta is a small region of meadows and evergreen forest area which is a part of kedarnath wildlife sanctuary located in Uttarakhand, India and it is also called “mini Switzerland of India” and a base for trekking to Tungnath, third temple of Panch Kedar which lies 3.5 kilometres (2.2 mi) away. Located at a distance of 1.5 kilometres (0.93 mi) from Tungnath is Chandrashila, a rising to over 4,000 metres (13,000 ft).
Chopta is an unspoiled natural destination lying in the lap of the Uttarakhand Himalayas and offers views of the imposing Himalayan range including Trishul, Nanda Devi and Chaukhamba. It is located at an elevation of 2,680 metres (8,790 ft) above sea level. Chopta village is surrounded by forests of pine, deodar and rhododendron and is rich in flora and fauna include rare species of birds and musk deer. This place is popularly known as 'Mini Switzerland'. It lies 29 km from Ukhimath, 254 kilometres (158 mi) from Rishikesh and approximately 450 kilometres (280 mi) from the capital Delhi. The best time to visit is from April to November. Chopta is also a popular destination during the winter months due to the snowfall that the area experiences. Tungnath temple and Chandrashila are covered with snow from December to March. Chopta can be reached from rishikesh via rudrapriyag , kund , ukhimath OR via rudrapriyag , karnpriyag , chamoli , Gopeshwar.

Its really devbhoomi, the nature of heaven. He! friends why are waiting, come with me to visit these places and enjoy pe...
05/05/2017

Its really devbhoomi, the nature of heaven. He! friends why are waiting, come with me to visit these places and enjoy peacefully few moments

Gwaldam is the panoramic place of chamoligarhwal and it is situated middle of garhwal-kumaon border above 4000 mtr of se...
05/05/2017

Gwaldam is the panoramic place of chamoligarhwal and it is situated middle of garhwal-kumaon border above 4000 mtr of sea level i.e pindar river. The romantic view of himalayan snow belt and its highest peak i.e. Trishul, Nandaghunti & Chaukhamba are awesome. The surrounding of it, Bageshwar, Chokori, Patalbhubneshwar temple, Kausani & Bedni Bugyal. are attraction for excursion. We provide there pure organic vegetable food and uttarakhandis cushion.

These are beautiful places of chamoligarhwal, tourist may request to visit these places and enjoy there a few moments wi...
13/04/2017

These are beautiful places of chamoligarhwal, tourist may request to visit these places and enjoy there a few moments with your family. we are ready to provide you all services at our best efforts. 9953809836/9350864739

All tourists are most welcome on these places and enjoy its nature beauty in Devbhoomi Uttarakhand
31/03/2017

All tourists are most welcome on these places and enjoy its nature beauty in Devbhoomi Uttarakhand

Gwaldam and its surrounding is the best tourist place for trekking, angling, jungle safari, leisure, spiritualism, relig...
24/03/2017

Gwaldam and its surrounding is the best tourist place for trekking, angling, jungle safari, leisure, spiritualism, religious purpose.

village tourism is potential for the purpose of tourism specially in uttarakhand. Lets come there and enjoy few moments
23/03/2017

village tourism is potential for the purpose of tourism specially in uttarakhand. Lets come there and enjoy few moments

उत्तराखंड के अनछुए स्थळ :पौड़ी : ज्वाल्पा देवी, भुबनेश्वरी देवी, एकेश्वर महादेव, तारकेश्वर महादेव, विनसर महादेव, पीर बाबा...
22/03/2017

उत्तराखंड के अनछुए स्थळ :
पौड़ी : ज्वाल्पा देवी, भुबनेश्वरी देवी, एकेश्वर महादेव, तारकेश्वर महादेव, विनसर महादेव, पीर बाबा (पीरसैंण) सिध्दबली, डांडा नागराज, नीलकंठ महादेव, त्र्यकेश्वर महादेव, झालीमारी देवी, भैरवगढ़ी, खिरसू, दीवा देवी, ताराकुण्ड, चौबटाखाल, सतपुली, फूलचट्टी, कण्वाश्रम, देवलगढ़, घुड़दौड़ी, अमेली डांडा, क्षेत्रा डांडा, दीवा देवी, पोखड़ा, बेदीखाल, बैजरों, स्युन्सी रामगंगा
चमोली : देवी अनुसया, थराली, देवाल, ग्वालदम, गैरसैण, माणा गांव, दक्षिणेश्वरी देवी, पिंडर नदी, नंदकेशरी, बेदनी बुग्याल, रूपकुंड, ब्रह्मताल, मलारी, नंदप्रयाग , औली, फूलों की घाटी, वशुधारा, तपोवन, कल्पेश्वर, विष्णु प्रयाग, त्रिशूल और नंदाघूंती।
टिहरी : खतलिंग, माणिकनाथ, सहस्रताल, पंवाली कंठा, सुरकुंडा, चन्द्रबदनी, कुंजापुरी, देवप्रयाग, नरेन्द्र नगर, मुनि की रेती, चम्बा, टिहरी झील, नाग टिबा, धनौल्टी, कान्हाताल, कैम्पटीफॉल, शिवपुरी, मलेथा गांव, सेम मुखेम, धरासू, घनस्याली,
उत्तरकाशी : मोरी गांव, बड़कोट, हर्षिल, नाचिकेताल, भटवाड़ी, उत्तरकाशी, गगनाणी, डोडिताल दयारा बुग्याल, पुरोला, हनुमान चट्टी, जानकीचट्टी, सप्तऋषि कुंड, तपोवन, हरी की दूंन, मुखबा, नील वैली, रंवाई वैली, मुंडाली ग्लेशियर, देववन, त्यूनी,
टिहरी : टिहरी झील, सेम मुखेम, माणिकनाथ धाम, चम्बा, कानाताल, सुरकुंडा, चन्द्रबदनी, कुंजापुरी, घनस्याली, खतलिंग ग्लेशियर, देवप्रयाग, भिलंगना,
कर्णप्रयाग : कर्णप्रयाग संगम, थराली, गैरसैण, बेनीताल, नारायणबगड़, सिमली,
रुद्रप्रयाग : रुद्रप्रयाग संगम, अगस्त मुनि, केदारनाथ, उखीमठ, कालीमठ, कार्तिकस्वामी, चोपता, तीरयुगीनारायण, चंद्रशिला, देवरियाताल, धारी देवी, देवल गढ़
देहरादून : सहस्रधारा, कलशी, डाकपत्थर, चकराता, लाखामंडल, टाइगर फाल, हनोल, हाथीमत्था, गोट गांव, बिच्छुपानी,
अल्मोड़ा : अल्मोड़ा, सूर्या कटारमल टेम्पल, गोलू देवता, नंदादेवी मंदिर, जागेश्वर, लाखगुफा, सोमेश्वर, मझखाली, सीतलाखेत, बिनसर, दूधातोली, चौखुटिया दूर्नागिरी, बेतालघाट, रानीखेत, चौबटिया,
बागेश्वर : बैजनाथ, बागनाथ, गोमती और सरयू का संगम, सुन्दरढूंगा, कफलिंग ग्लेशियर, पिंडर ग्लेशियर, कुलसारी (प्रसिद्ध पांडव ऑफ़ नंद छतोली ) कौसानी,
पिथौरागढ़ :ध्वज पहाड़ी टेम्पल, थलकेदार शिव टेम्पल, मोस्ट मनु टेम्पल, राई की गुफा, भटकोट/उल्का देवी, घंटाकरण, हनुमान टेम्पल, कामक्ष देवी झूलाघाट रोड, झूलाघाट,बेरीनाग, पातालभुबनेश्वर टेम्पल, गांगलोहाट, नैनी सैनी हवाई पट्टी, अस्कोट, मदकोट, मुनस्यारी, लिपु पास ट्रैक, रालम ग्लेशियर, मिलम ग्लेशियर, ब्रिथी झील, नारायण स्वामी आश्रम, तवाघाट, डीडीहाट, चौकोरी
चम्पावत :लोहाघाट, मायावती आश्रम, बाणासुर किला, अब्बोट पर्वत, घटकू टेम्पल, श्यामलाताल, पुण्यागिरि टेम्पल, मीठा-रीठा साहिब गुरुद्वारा, देवीधुरा बरही देवी मंदिर, पंचेश्वर
नैनीताल : भीमताल, कालाढूंगी, रामनगर, रामगढ, मुक्तेश्वर, नौकुचियाताल, सात ताल, खुर्पाताल, राजाजी महल, टीपन टॉप,
देहरादून : लाखामंडल, टाइगर फॉल, मुंडाली ग्लेशियर, देवबन, तियुनि, कलसी, डाकपत्थर, हनोल, पंतवारी गांव, बिच्छुपानी

21/03/2017

उत्तराखंड के अनछुए स्थळ :
पौड़ी : ज्वाल्पा देवी, भुबनेश्वरी देवी, एकेश्वर महादेव, तारकेश्वर महादेव, विनसर महादेव, पीर बाबा (पीरसैंण) सिध्दबली, डांडा नागराज, नीलकंठ महादेव, त्र्यकेश्वर महादेव, झालीमारी देवी, भैरवगढ़ी, खिरसू, दीवा देवी, ताराकुण्ड, चौबटाखाल, सतपुली, फूलचट्टी, कण्वाश्रम, देवलगढ़, घुड़दौड़ी, अमेली डांडा, क्षेत्रा डांडा, दीवा देवी, पोखड़ा, बेदीखाल, बैजरों, स्युन्सी रामगंगा
चमोली : देवी अनुसया, थराली, देवाल, ग्वालदम, गैरसैण, माणा गांव, दक्षिणेश्वरी देवी, पिंडर नदी, नंदकेशरी, बेदनी बुग्याल, रूपकुंड, ब्रह्मताल, मलारी, नंदप्रयाग , औली, फूलों की घाटी, वशुधारा, तपोवन, कल्पेश्वर, विष्णु प्रयाग, त्रिशूल और नंदाघूंती।
टिहरी : खतलिंग, माणिकनाथ, सहस्रताल, पंवाली कंठा, सुरकुंडा, चन्द्रबदनी, कुंजापुरी, देवप्रयाग, नरेन्द्र नगर, मुनि की रेती, चम्बा, टिहरी झील, नाग टिबा, धनौल्टी, कान्हाताल, कैम्पटीफॉल, शिवपुरी, मलेथा गांव, सेम मुखेम, धरासू, घनस्याली,
उत्तरकाशी : मोरी गांव, बड़कोट, हर्षिल, नाचिकेताल, भटवाड़ी, उत्तरकाशी, गगनाणी, डोडिताल दयारा बुग्याल, पुरोला, हनुमान चट्टी, जानकीचट्टी, सप्तऋषि कुंड, तपोवन, हरी की दूंन, मुखबा, नील वैली, रंवाई वैली, मुंडाली ग्लेशियर, देववन, त्यूनी,
टिहरी : टिहरी झील, सेम मुखेम, माणिकनाथ धाम, चम्बा, कानाताल, सुरकुंडा, चन्द्रबदनी, कुंजापुरी, घनस्याली, खतलिंग ग्लेशियर, देवप्रयाग, भिलंगना,
कर्णप्रयाग : कर्णप्रयाग संगम, थराली, गैरसैण, बेनीताल, नारायणबगड़, सिमली,
रुद्रप्रयाग : रुद्रप्रयाग संगम, अगस्त मुनि, केदारनाथ, उखीमठ, कालीमठ, कार्तिकस्वामी, चोपता, तीरयुगीनारायण, चंद्रशिला, देवरियाताल, धारी देवी, देवल गढ़
देहरादून : सहस्रधारा, कलशी, डाकपत्थर, चकराता, लाखामंडल, टाइगर फाल, हनोल, हाथीमत्था, गोट गांव, बिच्छुपानी,
अल्मोड़ा : अल्मोड़ा, सूर्या कटारमल टेम्पल, गोलू देवता, नंदादेवी मंदिर, जागेश्वर, लाखगुफा, सोमेश्वर, मझखाली, सीतलाखेत, बिनसर, दूधातोली, चौखुटिया दूर्नागिरी, बेतालघाट, रानीखेत, चौबटिया,
बागेश्वर : बैजनाथ, बागनाथ, गोमती और सरयू का संगम, सुन्दरढूंगा, कफलिंग ग्लेशियर, पिंडर ग्लेशियर, कुलसारी (प्रसिद्ध पांडव ऑफ़ नंद छतोली ) कौसानी,
पिथौरागढ़ :ध्वज पहाड़ी टेम्पल, थलकेदार शिव टेम्पल, मोस्ट मनु टेम्पल, राई की गुफा, भटकोट/उल्का देवी, घंटाकरण, हनुमान टेम्पल, कामक्ष देवी झूलाघाट रोड, झूलाघाट,बेरीनाग, पातालभुबनेश्वर टेम्पल, गांगलोहाट, नैनी सैनी हवाई पट्टी, अस्कोट, मदकोट, मुनस्यारी, लिपु पास ट्रैक, रालम ग्लेशियर, मिलम ग्लेशियर, ब्रिथी झील, नारायण स्वामी आश्रम, तवाघाट, डीडीहाट, चौकोरी
चम्पावत :लोहाघाट, मायावती आश्रम, बाणासुर किला, अब्बोट पर्वत, घटकू टेम्पल, श्यामलाताल, पुण्यागिरि टेम्पल, मीठा-रीठा साहिब गुरुद्वारा, देवीधुरा बरही देवी मंदिर, पंचेश्वर
नैनीताल : भीमताल, कालाढूंगी, रामनगर, रामगढ, मुक्तेश्वर, नौकुचियाताल, सात ताल, खुर्पाताल, राजाजी महल, टीपन टॉप,
देहरादून : लाखामंडल, टाइगर फॉल, मुंडाली ग्लेशियर, देवबन, तियुनि, कलसी, डाकपत्थर, हनोल, पंतवारी गांव, बिच्छुपानी

Abbott Mount has spectacular trails and walkways that make the picnicker spell bound. Picturesque and serene surrounding...
17/03/2017

Abbott Mount has spectacular trails and walkways that make the picnicker spell bound. Picturesque and serene surroundings of deodar and pine forest are a haven of exotic Himalayan birds whose twittering and chirping creates a melodious environ. It would be a perfect quixotic location for young couples and honeymooners.

Parashar Resorts is best model resorts in Gwaldam with full basic aminities.
16/03/2017

Parashar Resorts is best model resorts in Gwaldam with full basic aminities.

16/03/2017

Parashar Resorts is one of the best model resorts with full basic ameniites.

Friends/Tourists must visit at Gwaldam and stay at Prashar Resort wherein you may see Trishul, Nandaghunti Peaks, Pancha...
10/03/2017

Friends/Tourists must visit at Gwaldam and stay at Prashar Resort wherein you may see Trishul, Nandaghunti Peaks, Panchauli peaks, Maa Dakshineshari, spiritualism, scenic view also. We will provide you best hospitality & services. Our contact No.9530864739/9953809836 email id:[email protected]

माँ भगवती राज राजेश्वरी नंदादेवी की राज जात्रा भादो मास कृष्ण पक्ष में प्रथम पड़ाव कुरुर से सुरु होती  हुयी चरबंगा - उस्त...
10/03/2017

माँ भगवती राज राजेश्वरी नंदादेवी की राज जात्रा भादो मास कृष्ण पक्ष में प्रथम पड़ाव कुरुर से सुरु होती हुयी चरबंगा - उस्तोली, भेटी , डूंगरी, सोना, चोपड़ियू से निकलकर अपने महत्वपूर्ण पड़ाव नंदकेसरी चीडंगा गांव से दो किलोमीटर आगे और देवाल से ८ किलोमीटर पीछे पिंडर नदी की तलछटी पर पहुँचती है। मंदिर का स्वरुप साधारण सा है लेकिन मंदिर के प्रांगण में अदभुत पेड़ों के संगम (पीपल, बड़, बेडु, नागफनी, पैंया) से बना मोटा सा तना जिसमे अनेकों मूर्तियां अपनी भावनाएं साक्षात् पर्दिशित करती हैं। जनश्रुति और करूर के पुजारी पंडित शम्भू प्रसाद गौड़ के अनुसार यह पेड़ वर्षो पुराना है। इस मंदिर में माँ भगवती की जात्रा का मुख्य पड़ाव सुरु होता है जिसमे माँ भगवती के छतोलियाँ करूर (चमोली), डंगोली, नौटी, टिहरी, अल्मोड़ा विभिन्न दिशाओं से आकर यहाँ पर एकत्रित होती हैं। सम्पूर्ण माँ भगवती की जात्रा यहाँ से अगला पड़ाव फल्दिया गांव, मुंदोली , वाण, गैरोली पातळ, वैदनी, पातर नचौणिया, सैला समुन्दर होती हुयी होमकुंड में विसर्जन होती है। ठीक इसी प्रकार माँ भगवती की मूर्ति छै महीने के लिए वापस जामुन डाली, चंदनिया धार, सुतोल, कनोल, कूलिंग, ल्वाणी, वल्थुरा, चिड़िगा, तलवाड़ी, घाला, वैनोली होते हुयी देवराड़ा में रखी जाती है, और प्रतिवर्ष माँ भगवती राजराजेश्वरी की जात्रा वैदनी तक जाती है और बारह वर्ष में एक भव्य जात्रा होमकुंड तक जाती है। इस लंबी यात्रा/जात्रा में १९ दिन लग जाते हैं, इसको हिमालय महाकुंभ भी कहा जाता है। ।

ग्वालदम उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित हिमालय की गोद में बसा हुआ है जहां नंदा घूंती, त्रिशूल, पंचौली जैसे हिम शिखर वि...
09/03/2017

ग्वालदम उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित हिमालय की गोद में बसा हुआ है जहां नंदा घूंती, त्रिशूल, पंचौली जैसे हिम शिखर विराजमान है और हिमालय राज की पुत्री राज राजेश्वरी नंदा की राज जात्र की मुख्य यात्रा नंदकेसरी से सुरु होती हुई देवाल, मंदोली, वान, वैदनी, शैला समुद्र और अंतिम पड़ाव हिमालय के दुर्गम क्षेत्र होमकुंड में विषर्जन किया जाता है। ग्वालदम के आस पास ग्वालदम नाग, कृषि केंद्र, अंगूरी प्रजनन केंद्र, लाटा तोली, धन खरक, बधानगढ़ी, अन्यारी महादेव जैसे अद्भुत नज़ारे और तीर्थाटन स्थळ हैं। बधाणगढ़ी जहाँ दक्षिणेश्वरी माँ का मंदिर है और ४ किलोमीटर खड़ी चढ़ाई करने के पश्चात माँ के दर्शन होते हैं। इस दुर्गम स्थल से न केवल माता रानी के दर्शन होते हैं बल्कि उत्तराखंड के दोनों मंडलों यानी गढ़वाल और कुमाऊं का ५०% भू-भाग दीखता है। लाटातोली से सूर्यास्त और धन खरक से उगता सूरज की लालिमा का सुंदर नजारा दिखता है। अन्यारी महादेव तलवाड़ी से ठीक ८ किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पर है। ग्वालदम से नंदकेसरी भी पैदल ८ किलोमीटर ढलान पर है और मोटरमार्ग १८ किलोमीटर है। ग्वालदम के आस पास बेदनी बुग्याल, ब्रह्मताल, रूपकुंड ट्रैक्कर्स के लिए तथा बैजनाथ (गरुड़), बागनाथ (बागेश्वर) चाकोडी, पाताल भुबनेश्वर जैसे तीर्थाटन हैं। प्रकृति का अद्भुत नजारा पर्यटको के लिए निसंदेह भरपूर आनंदायक है।

आओ मित्रो अपनी देवभूमि में पर्यटन को सहजने का कार्य करें।बाली पास ट्रेक जो की हरी की दून से यमुनोत्री घाटी तक है। इस ट्र...
02/03/2017

आओ मित्रो अपनी देवभूमि में पर्यटन को सहजने का कार्य करें।
बाली पास ट्रेक जो की हरी की दून से यमुनोत्री घाटी तक है। इस ट्रेक पर स्वर्गारोहिणी चोटी प्रथम, द्वितीय, बंदरपूंछ, काला नाग और काली चोटी का वृहंगम दृश्य देखने को मिलता है। यह ट्रेक ४९५० मीटर ऊंचाई पर घने देवदार जंगल, गोविन्द पशु राष्ट्रीय पार्क, देबसु बुग्याल, सूईसारा अल्पाइन लेक, यमुनोत्री मंदिर इतियादी हैं।
देवीधुरा चम्पावत जिले में लोहाघाट से 45 किलोमीटर दूर है। देवीधुरा में वाराही देवी मंदिर के प्रांगण में प्रतिवर्ष रक्षावन्धन के अवसर पर श्रावणी पूर्णिमा को पत्थरों की वर्षा का एक विशाल मेला जुटता है । मेले को ऐ तिहासिकता कितनी प्राचीन है इस विषय में मत-मतान्तर हैं । लेकिन आम सहमति है कि नर बलि की परम्परा के अवशेष के रुप में ही बगवाल का आयोजन होता है । लोक मान्यता है कि किसी समय देवीधुरा के सघन बन में बावन हजार वीर और चौंसठ योगनियों के आतंक से मुक्ति देकर स्थानीय जन से प्रतिफल के रुप में नर बलि की मांग की, जिसके लिए निश्चित किया गया कि पत्थरों की मार से एक व्यक्ति के खून के बराबर निकले रक्त से देवी को तृप्त किया जायेगा, पत्थरों की मार प्रतिवर्ष श्रावणी पूर्णिमा को आयोजित की जाएगी । इस प्रथा को आज भी निभाया जाता है । लोक विश्वास है कि क्रम से महर और फव्यार्ल जातियों द्वारा चंद शासन तक यहाँ श्रावणी पूर्णिमा को प्रतिवर्ष नर बलि दी जाती थी ।
उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रो में प्रकृति की मनोहारी छटा और अंतिम दृश्य में उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत

हमारी देवभूमि के अदभुत नज़ारे। ग्वालदम जो एक सूंदर विरहगहम /मनोहारी स्थल है। गोचर अपने आप में प्रकृति की अनूठी छठा है। ता...
25/02/2017

हमारी देवभूमि के अदभुत नज़ारे। ग्वालदम जो एक सूंदर विरहगहम /मनोहारी स्थल है। गोचर अपने आप में प्रकृति की अनूठी छठा है। तालों के ताल देवभूमि बे मिसाल। कलिंगखाल ट्रेक सूंदर और आनंदमयी है। सृष्टि टूर्स (सृष्टि इन्फो सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ), दिल्ली आपको इन रमणीक स्थलों में भ्रमण करने का अवसर सस्ते टूर पैकेज में दे रही है। 9953809836/9350864739

मोरी गांव टौंस नदी के किनारे है और उत्तरकाशी जिले में आता है।  यह महाभारत काल में पांडव और कौरवों का स्थान भी है जहाँ दु...
23/02/2017

मोरी गांव टौंस नदी के किनारे है और उत्तरकाशी जिले में आता है। यह महाभारत काल में पांडव और कौरवों का स्थान भी है जहाँ दुर्योधन और कर्ण का मंदिर है। यहां ट्रैकिंग, वाटर स्पोर्ट्स और सूंदर विरिहिंगम घने जंगल और हरियाळी रहती है। धान की खेती गजब की होती है।

Jogimadhi & Meldhar are panoramic places of Pauri Garhwal
23/02/2017

Jogimadhi & Meldhar are panoramic places of Pauri Garhwal

kitna pyara hai uttarakhand, swatch vatavaran, jannat hai
21/02/2017

kitna pyara hai uttarakhand, swatch vatavaran, jannat hai

ग्वालदम उत्तराखंड में एक अदभुत पर्यटन स्थल है जहाँ से नंदा घूंती, त्रिशूल पर्वत, चौखम्बा और रूपकुण्ड, बेदनी बुग्गयाल जैस...
21/02/2017

ग्वालदम उत्तराखंड में एक अदभुत पर्यटन स्थल है जहाँ से नंदा घूंती, त्रिशूल पर्वत, चौखम्बा और रूपकुण्ड, बेदनी बुग्गयाल जैसे मनोहारी दृश्य हैं। विलेज टूरिज्म , ट्रैकिंग, भरमण, आरामदायक के लिए सर्वोत्तम है। पाराशर रिसोर्ट आपकी सेवा में सस्ते और किफायती एकोमोडेशन के साथ साथ सुद्ध साकाहारी ( उत्तराखंडी व्यंजनों वाला स्वादिष्ट) भोजन की सुविधा है। संपर्क सूत्र सृष्टि टूर्स ( सृष्टि इन्फो सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ) है। 9953809836/9350864739/750455739/email id:[email protected]

21/02/2017
21/02/2017

ग्वालदम उत्तराखंड में एक अदभुत पर्यटन स्थल है जहाँ से नंदा घूंती, त्रिशूल पर्वत, चौखम्बा और रूपकुण्ड, बेदनी बुग्गयाल जैसे मनोहारी दृश्य हैं। विलेज टूरिज्म , ट्रैकिंग, भरमण, आरामदायक के लिए सर्वोत्तम है। पाराशर रिसोर्ट आपकी सेवा में सस्ते और किफायती एकोमोडेशन के साथ साथ सुद्ध साकाहारी ( उत्तराखंडी व्यंजनों वाला स्वादिष्ट) भोजन की सुविधा है। संपर्क सूत्र सृष्टि टूर्स ( सृष्टि इन्फो सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ) है। 9953809836/9350864739/750455739/email id:[email protected]

14/02/2017

happy valentine day to all

चलो भक्तो चलो बागनाथ दर्शन करने सृष्टि टूर्स द्वारा 23 फरवरी रात्रि 9.30 बजे दिल्ली से बागनाथ बाबा के दर्शन के लिए दो रा...
09/02/2017

चलो भक्तो चलो बागनाथ दर्शन करने

सृष्टि टूर्स द्वारा 23 फरवरी रात्रि 9.30 बजे दिल्ली से बागनाथ बाबा के दर्शन के लिए दो रात्रि और तीन दिन का किफायती पैकेज यानि मात्र 5200 रूपए जिसमे आना-जाना, रहना-खाना (साकाहारी) मुफ्त है। बुकिंग जल्दी करें सीट लिमिटेड हैं। संपर्क सूत्र : 9953809836/9350864739/8750455937

09/02/2017

चलो भक्तो चलो बागनाथ दर्शन करने

सृष्टि टूर्स द्वारा २३ फरवरी रात्रि 9.30 बजे दिल्ली से बागनाथ बाबा के दर्शन के लिए दो रात्रि और तीन दिन का किफायती पैकेज यानि मात्र 5200 रूपए जिसमे आना-जाना, रहना-खाना (साकाहारी) मुफ्त है। बुकिंग जल्दी करें सीट लिमिटेड हैं। संपर्क सूत्र : 9953809836/9350864739/8750455937

देवभूमि की झलक सचमुच जन्नत है
20/09/2016

देवभूमि की झलक सचमुच जन्नत है

This is the real devbhoomi culture, we are focusing on village tourism, so we call the visitors to visit in Uttarakhand ...
19/09/2016

This is the real devbhoomi culture, we are focusing on village tourism, so we call the visitors to visit in Uttarakhand and enjoy there with nature of heaven.

This is real culture of devbhoomi (uk)
12/09/2016

This is real culture of devbhoomi (uk)

UTTARAKHAND VILLAGE TOURISM
08/09/2016

UTTARAKHAND VILLAGE TOURISM

Address

Delhi
110096

Opening Hours

Monday 9am - 7pm
Tuesday 9am - 7pm
Wednesday 9am - 7pm
Thursday 9am - 7pm
Friday 9am - 7pm
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