05/09/2022
दीपक जैसा जलता शिक्षक।
हम में हम सा ढलता शिक्षक।
सूरज जैसा हमें बनाने
बर्फ सरीखा गलता शिक्षक।
ले जाने को हमें शिखर तक,
पत्थर-पत्थर चलता शिक्षक।
राह कठिन हो चाहे जैसी,
नहीं कभी भी टलता शिक्षक।
नाम करेंगे हम दुनिया में
इसी आस पर पलता शिक्षक।
हमें सुखी-सम्पन्न देखकर,
किसी वृक्ष सा फलता शिक्षक।
बदले शिष्य भले ही कितने,
लेकिन नहीं बदलता शिक्षक।
जो अनुशासनहीन हुए हैं,
बस उनको ही खलता शिक्षक।
शिक्षक का सम्मान करो सब,
देगा पूर्ण सफलता शिक्षक।
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
#शिक्षक