09/09/2016
राजधानी, दुरंतो, शताब्दी ट्रेनों में फ्लैक्सी फेयर सिस्टम पर चौतरफा विरोध के बाद दबाव में आई सरकार ने फैसला लिया है कि इस फॉर्मूले को दूसरी ट्रेनों में लागू नहीं किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक फैसले पर कुछ समय बाद दोबारा विचार किया जाएगा. बता दें कि किराए का नया सिस्टम 9 सितंबर से लागू होगा .
एयरलाइंस की तरह बढ़ेगा दुरंतो, राजधानी और शताब्दी ट्रेन का किराया
LTC: अब बच्चों का भी मिलेगा रेल किराया
10 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है रेल किराया
तीन ट्रेनों में लागू होने पर भी दोबारा विचार
इस बीच रेल मंत्रालय ने तीन ट्रेनों में लागू किए गए फॉर्मूले पर भी दोबारा विचार की बात कही है. रेल मंत्रालय ने कहा है कि इन तीन ट्रेनों में ये फॉर्मूला प्रयोग के तौर पर लागू किया गया है और कुछ समय बाद इसकी समीक्षा की जाएगी.
रेल मंत्रालय ने किया बचाव
हालांकि गुरुवार को पूरे दिन रेल मंत्रालय के अधिकारी इस फैसले का बचाव करते रहे. उनकी दलील है कि हर रोज दो करोड़ तीस लाख से ज्यादा लोग रेलवे का इस्तेमाल करते हैं और इन तीन ट्रेनों में बैठने वालों का संख्या एक फीसदी से भी कम है और इसलिए फ्लैक्सी किरायों का असर बहुत कम यात्रियों पर ही पढ़ेगा.
रेल मंत्रालय वापस खींच सकती है कदम
हर दिन बारह हजार से ज्यादा रेलगाड़ियां चलती हैं और फ्लैक्सी किराया सिर्फ 81 गाड़ियों पर नौ सितंबर से लागू होगा. लेकिन बीजेपी के कई नेताओं के गले ये दलीलें नहीं उतरी हैं. उनका कहना है कि इन किरायों से रेलवे को आमदनी तो न के बराबर है मगर इससे सरकार की छवि को धक्का ज्यादा पहुंचेगा और मध्य वर्ग के नाराज होने का खतरा है. पार्टी की ये बात सरकार तक पहुंचाई गई जिसके बाद रेल मंत्रालय ने अपने कदम पीछे खींचने के संकेत दिए हैं.