Heritage junctions

Heritage junctions its all about tours and travels
(1)

लखनऊ की आन बान शान रानी ऊदा देवी और उनके पति मक्का पासी, दोनों नवाब वाजिद अली शाह की सेना में तैनात थे. ऊदा देवी की ड्यू...
04/05/2024

लखनऊ की आन बान शान रानी ऊदा देवी और उनके पति मक्का पासी, दोनों नवाब वाजिद अली शाह की सेना में तैनात थे. ऊदा देवी की ड्यूटी बेगम हजरत महल की सुरक्षा में लगी थी. 1857 की जंग शुरू थी. देश में आजादी की अलख जग उठी थी. पति की मौत के बाद वे शोक में नहीं बैठीं. बल्कि उनके अंदर एक ज्वाला उठी.वे एक मामूली सैनिक थीं, जो अवध के नवाब वाजिद अली शाह की बेगम हजरत महल की सुरक्षा में तैनात थीं. देश भक्ति उनके खून में उबाल मारती रहती. अंग्रेजी राज उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं था. वे चाहती थीं कि किसी भी तरह से अंग्रेज अवध से चले जाएं, ऐसा हुआ नहीं. लखनऊ के चिनहट इलाके में अंग्रेजी सेना और नवाब की सेना आपस में भिड़ी. खूब खून-खराबा हुआ और उनके पति भी इस युद्ध में शहीद हो गए.फिर यह एक मामूली सिपाही बदले की ज्वाला लिए अंग्रेजों पर टूट पड़ी और एक ही दिन में 36 अंग्रेजों को मौत की नींद सुला दिया. अंग्रेजी सेना को दिन में ही यह कारनामा दिखाने वाली वीरांगना का नाम था ऊदा देवी.

पति की मौत का बदला
ऊदा देवी और उनके पति मक्का पासी, दोनों नवाब वाजिद अली शाह की सेना में तैनात थे. ऊदा देवी की ड्यूटी बेगम हजरत महल की सुरक्षा में लगी थी. 1857 की जंग शुरू थी. देश में आजादी की अलख जग उठी थी. इस बीच अंग्रेजों ने नवाब वाजिद अली शाह को अवध से निर्वासित जीवन बिताने को कलकत्ता भेज दिया. तब बेगम हजरत महल ने आजादी की अलख बुझने नहीं दी. वे खुद सेना का नेतृत्व करने लगीं.उनके निर्देश पर चिनहट में अंग्रेजी सेना और नवाबी सेना में तगड़ी भिड़ंत हो गई. इसमें दोनों ही पक्षों के कई जवान मारे गए. बेगम हजरत महल की सुरक्षा में तैनात ऊदा देवी के पति मक्का पासी भी इस युद्ध में शहीद हुए. तब ऊदा देवी का सैन्य रूप जाग उठा. उन्होंने अंग्रेजों से पति की मौत का बदला लेने की ठानी. नवाब वाजिद अली शाह को कलकत्ता भेजने से वे पहले ही खफा थीं. अब उन्हें एक और कारण मिल गया.

16 नवंबर का गदर
पति की मौत के बाद वे शोक में नहीं बैठीं. बल्कि उनके अंदर एक ज्वाला उठी. चूंकि उन्हें भी शस्त्र चलाने की ट्रेनिंग मिली हुई थी. उन्होंने बंदूक उठाया और पहुंच गईं सिकंदर बाग. यहां बड़ी संख्या में भारतीय जवान पहले से मौजूद थे. अंग्रेजों को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने सिकंदरबाग पर हमला करने की तैयारी के साथ पहुंचे. अंग्रेज कुछ करते, उससे पहले ऊदा देवी सिकंदरबाग में मौजूद पीपल के पेड़ पर चढ़ गईं.वे पुरुषों की वर्दी पहने हुए थीं. 16 नवंबर 1857 का दिन था. पीपल के पेड़ से ही उन्होंने एक-एक कर कुछ तय अंतराल पर 36 अंग्रेज सिपाही गोलियों से भून दिया. जब अंग्रेज अफसरों को इस घटना की जानकारी मिली तो वे भौंचक रह गए. किसी को कुछ नहीं पता चल पा रहा था कि आखिर यह हमला कैसे और कहां से हुआ? गुस्से से भरे अंग्रेजों ने सिकंदर बाग में शरण लिए भारतीय वीरों पर हमला कर दिया और बड़ी संख्या में नरसंहार किया. इसे 16 नवंबर के गदर के रूप में याद किया जाता है.

सिपाही कैसे मरे, अंग्रेज भी चौंक गए
मौके पर पहुंचे कैप्टन वायलस और डाउसन को समझ नहीं आ रहा था कि उनके सिपाही कैसे मरे? उन पर गोलियां कहां से चलाई गईं? किसी अंग्रेज का ध्यान पीपल के पेड़ पर गया जहां लाल वर्दी में एक सिपाही बैठ कर गोलियां चला रहा था. अब उन्हें समझ आ गया था कि 36 अंग्रेज सिपाही कैसे मरे? बिना समय गंवाए अंग्रेजों ने उसी जवान पर निशाना साध दिया.गोली लगते ही वह जवान नीचे आ गिरा. वह कोई और नहीं ऊदा देवी थीं, बाद में जांच-पड़ताल में पता चला कि वह पुरुष नहीं, महिला थीं, जिसने अंग्रेजों से बदला लेने के लिए पुरुष वेश धारण किया था.

तभी से वीरांगना ऊदा देवी को देश की आजादी के सिपाही के रूप में, शहीद के रूप में याद किया जा रहा है. लखनऊ में आज भी उनका नाम बेहद सम्मान से लिया जाता है. उसी सिकंदरबाग चौराहे पर ऊदा देवी की प्रतिमा लगी हुई है. वहां हर साल उनकी जयंती-पुण्यतिथि पर आयोजन भी होते हैं. जब से यूपी में जातिवादी राजनीति शुरू हुई तब से ऊदा देवी को उनकी जाति का समर्थन पाने की लालसा रखने वाले दल कुछ ज्यादा ही शिद्दत से याद करते हैं.यूं तो, लखनऊ उनके योगदान को याद करता रहा है. हां, इतिहास में उन्हें और शानदार तरीके से दर्ज किया जाना चाहिए था, जो शुरुआती दिनों में नहीं हो सका. बाद में वीरांगना ऊदा देवी पर केंद्रित किताबें भी सामने आईं.

तक्षिला विद्यालय
04/05/2024

तक्षिला विद्यालय

An old photograph of Kashi’s Gyanvapi mandir taken by Samuel bourne, 1868s!

10/04/2024

कृपया मेरे पेज को फ़ॉलो करें और पोस्ट को लाइक करें नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके
https://www.facebook.com/ramjanki111p?mibextid=ZbWKwL

We aim to tell you about all the historical buildings of India through this page, give information a

29/03/2024
Please like & subscribe our channel
28/03/2024

Please like & subscribe our channel

Lucknow Heritage Walk Of Chowk its a Two (2) hour's walk where we can Get history, heritage, culture and old foods variety, old traditional dresses and many ...

27/03/2024

तस्वीर में दिख रहे सिपाही धन सिंह गुर्जर का सलाम मात्र एक व्यक्तिगत विजय और वीरता की कहानी नहीं बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा में सैनिकों द्वारा किए गए बलिदानों की एक याद भी है।

ये यादगार क्षण प्रयागराज में उत्तरी कमान अलंकरण समारोह 2024 में कैद किया गया। इस दौरान, सिपाही धन सिंह गुर्जर ने युद्ध में गोली लगने से अपना दाहिना हाथ निष्क्रिय होने के बावजूद, अपने बाएं हाथ से ध्रुव कमान के जीओसी-इन-सी को सलामी दी।

साहस से भरे सिपाही धन सिंह ने ऐसा कर के देश के सभी युवाओं को संदेश दिया कि गंभीर प्रतिकूल परिस्थितियों में भी किस प्रकार देश के लिए समर्पित रहा जाता है। अपने शानदार प्रदर्शन से सिपाही धन सिंह ने भारतीय सैनिकों की अपने कर्तव्य के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को भी उजागर किया।

Shout out to my newest followers! Excited to have you onboard! Sanju Das, Ashok Singh
27/03/2024

Shout out to my newest followers! Excited to have you onboard! Sanju Das, Ashok Singh

Shout out to my newest followers! Excited to have you onboard! Anand Nigam, Jay Vardhan Shukla, अविनाश कुमार स्वैन राजपू...
25/03/2024

Shout out to my newest followers! Excited to have you onboard! Anand Nigam, Jay Vardhan Shukla, अविनाश कुमार स्वैन राजपूत, Ran Vijay

होली की हार्दिक शुभकामनाएं बहुत बहुत बधाईयां आप एवं आप के समस्त परिवार को🙏🥰💐
25/03/2024

होली की हार्दिक शुभकामनाएं बहुत बहुत बधाईयां आप एवं आप के समस्त परिवार को🙏🥰💐

Best Place where you can Get History Heritage & Culture and you can make your aaj meri By yourself ....Angke Heritage   ...
21/03/2024

Best Place where you can Get History Heritage & Culture and you can make your aaj meri By yourself ....
Angke Heritage

19/03/2024

Come &join us for beautiful Holidays

Kothi Raushan-ud-daulah Old ASI Office
02/01/2024

Kothi Raushan-ud-daulah Old ASI Office

12/11/2023

*झिलमिलाते दीपों की आभा से प्रकाशित ये दीपावली आपके घर आंगन में धन धान्य सुख समृद्धि और परमेश्वर का अनंत आशीर्वाद लेकर आए।*
*शुभ दीपावली*
*शशांक प्रिय श्रीवास्तव* 💐💐
🙏🙏

*Kya aapne Lucknow kabhi* *dekha hai sahi se the is* *NO* Toh aaiye mai dikhaunga aap ko Lucknow *Heritage walk**Please ...
14/02/2023

*Kya aapne Lucknow kabhi* *dekha hai sahi se the is* *NO*
Toh aaiye mai dikhaunga aap ko Lucknow
*Heritage walk*
*Please like subscribe my* *channel*

Jama masjid & Bhool bhulaiya ki galiyan
13/02/2023

Jama masjid & Bhool bhulaiya ki galiyan

Please like subscribe my channel
12/02/2023

Please like subscribe my channel

https://youtu.be/pV4WZSrn1hEPlease like subscribe my channel for more videos 🥰🙏
08/02/2023

https://youtu.be/pV4WZSrn1hE
Please like subscribe my channel for more videos 🥰🙏

Bara Imambara, also known as Asfi Imambara is an imambara complex in Lucknow, India built by Asaf-ud-Daula, Nawab of Awadh in 1784. Bara means big. This imam...

Please like and subscribe my channel to get information about Heritage Places Lucknow
01/02/2023

Please like and subscribe my channel to get information about Heritage Places Lucknow

Here you will get Heritage places information .

Please like and subscribe my channel to get information about Heritage Places Lucknow..
01/02/2023

Please like and subscribe my channel to get information about Heritage Places Lucknow..

Here you will get Heritage places information .

Address

Gomti Nagar Lucknow
Lucknow
226010

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Heritage junctions posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Heritage junctions:

Videos

Share

Category

Nearby travel agencies


Other Tour Guides in Lucknow

Show All